54th Vijay Diwas : 16 दिसंबर 1971… यह महज एक तारीख नहीं है। यह भारतीय सेना की बहादुरी, पराक्रम और शौर्य की याद दिलाने वाली तारीख है। इसी तारीख को भारत ने पाकिस्तान को जंग में धूल चटाई थी और एक नए देश के रूप में बांग्लादेश की नींव रखी थी जिसे पहले पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था।
इसीलिए 16 दिसंबर का दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने आज के ही दिन भारतीय सैनिकों के आगे घुटने टेकते हुए आत्मसमर्पण कर दिया था। उल्लेखनीय है कि 13 दिन चली इस जंग के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान की पूरी टैंक रेजिमेंट नेस्तनाबूत कर दी थी।
Best wishes to all of you on “Vijay Diwas” & Happy independence day of Bangladesh to Bangladeshis.
On 16 December 1971, around 93,000 Pakistani soldiers surrendered to the Indian Army in Dhaka. 🇧🇩🤝🇮🇳#VijayDiwas pic.twitter.com/mF8SXxFXQq
— Radhika Chaudhary (@Radhika8057) December 15, 2023
इसी जंग ने दिया था बांग्लादेश को जन्म
इस युद्ध की शुरुआत तीन दिसंबर को हुई थी और 16 दिसंबर को पाक सेना ने ढाका में भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने में भारत ने महत्वपूर्ण रोल अदा किया था और एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का जन्म हुआ था। पाक को हर मोर्चे पर भारत से हार का सामना करना पड़ा था।
I bow to the brave hearts of our armed forces on the occasion of Vijay Diwas.
On this day our soldiers won a glorious victory against Pakistani forces in 1971 and secured the dignity of life, women and human values, as a consequence of which a new nation Bangladesh was formed.…
— Amit Shah (@AmitShah) December 16, 2023
जीत से मजबूत हुई थी भारत की स्थिति
इस युद्ध के दौरान भारतीय सेना का नेतृत्व सैम मानेकशॉ कर रहे थे। उन्होंने इस जीत में अहम भूमिका निभाई थी। 1971 की इस जीत ने क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत किया था और भारतीय सेना के इतिहास में एक ऐसा नया चैप्टर जोड़ दिया था जिस पर भारत का हर निवासी गर्व करता है और जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।