MS Swaminathan: कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन की बेटी ने कहा कि अगर मेरे पिता का सरकार सम्मान करती है तो किसानों को साथ लेकर चले।
Bharat Ratna MS Swaminathan: केंद्र की मोदी सरकार ने हरित क्रांति के जनक और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया है। हालांकि, उनकी बेटी मथुरा स्वामीनाथन का कहना है कि एमएस स्वामीनाथन का सम्मान अगर सरकार करती है तो किसानों को साथ लेकर चले।
‘किसान हमारे अन्नदाता हैं’
दिल्ली के पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मधुरा स्वामीनाथन ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं। उनके साथ अपराधियों की तरह व्यवहार नहीं किया जा सकता। इस दौरान उन्होंने किसानों के विरोध पर हरियाणा सरकार के बयान का जिक्र किया था।
‘ये किसान हैं, अपराधी नहीं हैं’
मधुरा स्वामीनाथन ने कहा कि पंजाब के किसान आज दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। मेरा मानना है कि अखबारों की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में उनके लिए जेलें तैयार की जा रही हैं, बैरिकेडिंग की जा रही है। उन्हें रोकने के लिए हर तरह की चीजें की जा रही हैं। सरकार को समझना चाहिए कि ये किसान हैं, अपराधी नहीं हैं।
किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच हुई बेनतीजा हुई बैठक
गौरतलब है कि चंडीगढ़ में 12 फरवरी को किसानों और केंद्रीय मंत्रियों के बीच बैठक हुई थी। यह बैठक बिना किसी नतीजे के संपन्न हुई, जिसके बाद किसानों ने विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया और मंगलवार से दिल्ली की ओर बढ़ने लगे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने इसका ऐलान किया।
मधुरा स्वामीनाथन कौन हैं?
मधुरा स्वामीनाथन बेंगलुरु के भारतीय सांख्यिकी संस्थान में आर्थिक विश्लेषण इकाई की प्रमुख हैं। मंगलवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में, मधुरा ने नवंबर 2021 से एमएस स्वामीनाथन द्वारा जारी एक बयान साझा किया, जहां उन्होंने अपने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले पर खुशी व्यक्त की थी। एमएस स्वामीनाथन का पिछले साल सितंबर 2023 में 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने कहा था- हमारी कृषि का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम तीन मोर्चों पर क्या प्रभाव डाल सकते हैं: उत्पादन, खरीद और कीमतें। इन पर समवर्ती रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए।