Confession Day: आज पूरी दुनियाभर में कन्फेशन डे मनाया जा रहा है, लेकिन क्या आप मालूम है कि इस दिन को मनाने का मोटिव क्या है? अगर नहीं तो चलिए जान लेते हैं इसकी हिस्ट्री और महत्व।
Confession Day: अब दुनियाभर में एंटी-वैलेंटाइन वीक मनाया जा रहा है और आज कन्फेशन डे है। आज यानी 19 फरवरी को एंटी वैलेंटाइन वीक के पांचवें दिन को कन्फेशन डे मनाया जा रहा है। यह दिन उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्होंने कभी किसी कारण कुछ बातें अपने मन में दबा कर रखी हैं और अब वो इस चीज को लेकर परेशान है और चाह रहा है या चाह रही है कि सारी गलतियां वो एक्सेप्ट करें।
खासतौर पर यह दिन उन लोगों के लिए है, जो लंबे टाइम से खुद को किसी के सामने एक्सप्रेस नहीं कर पाए हैं। इस दिन आप किसी स्पेशल इंसान के साथ अपने कुछ ऐसे राज खोलते हैं, जो आप ने कभी किसी समय छिपाए थे, लेकिन अब आप झूठ का बोझ उठा नहीं पा रहे है और सब कुछ बता देना चाहते हैं। यह पूरा दिन अपनी फीलिंग्स और आइडिया को किसी के सामने कहते हैं।
कन्फेशन डे की हिस्ट्री
कन्फेशन डे के पीछे भी एक कहानी काफी प्रसिद्ध है। दरअसल, जूदेव-ईसाई रिवाज में एक ऐसी मान्यता है कि पबलिक या प्राइवेट तरीके से अपनी गलती को स्वीकार करना चाहते हैं। इतना ही नहीं बाइबल में भी कंफेशन एक बहुत जरूरी काम माना जाता है, जिसे हर किसी को करना चाहिए।
इसका मकसद लोगों को एकमात्र दूसरों के सामने अपने अपराध को स्वीकार करना होता है। इसी ऑर्डर में काफी समय पहले ही बिशप के सामने कन्फेशन करने की शुरुआत हुई थी। 5 वीं सेंचुरी में रोमन चर्च में लेंट के पहले दिन पवित्र गुरुवार को कन्वेंशन करना काफी साधारण था।
कन्फेशन डे का महत्व
इस दिन का मकसद लोगों को किसी न किसी के बारे में अपनी विचारधारा कहने के लिए इनकरेज करना है। इसी के साथ इस दिन लोग अपने साथियों के साथ अपने किसी दोष, पछतावा या कोई ऐसी बातों का खुलासा कर सकते हैं, जो कभी नहीं बताई है। एक तरह से यह दिन किसी के सामने खोया हुआ ट्रस्ट जगाने का एक शानदार मौका देता है।