CM Mohan Yadav Launched 2 New Universities in Nimar: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निमाड़ के खरगोन में बने टंट्या भील विश्वविद्यालय का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने गुना के क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय का डिजिटल लोकार्पण किया है।
CM Mohan Yadav Launched 2 New Universities in Nimar: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव गुरुवार शाम को निमाड़ के खरगोन में टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगोन का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने इस मौके पर गुना के क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय का डिजिटल लॉन्च भी किया। इस दौरान उन्होंने खरगोन में 557 करोड़ रुपये की लागत की सिंचाई योजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि निमाड़ अंचल के विद्यार्थियों को अब यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए इंदौर और उज्जैन नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि अब खरगोन में क्रांतिसूर्य टंट्या भील यूनिवर्सिटी खुल गया है। इस यूनिवर्सिटी में सभी मौजूदा विषयों की पढ़ाई होगी, इसके साथ ही भविष्य में यहां छात्रों को कृषि विज्ञान की शिक्षा भी दी जाएगी। इसके साथ ही सीएम यादव ने निमाड़ की धरती वीरों की धरती बताया है।
सीएम मोहन यादव का संबोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के साथ शिक्षा के क्षेत्रों में विकास हो रहा है। सीएम यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने साल 2020 में नई शिक्षा नीति लागू की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ने इस नीति के तहत अच्छी क्रियान्वयन की उपलब्धि हासिल की है। इसी तहत खरगोन और गुना में बनी इन नई यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए सभी विषयों की शिक्षा की व्यवस्था रहेगी। आगे चल कर यहां के पाठ्यक्रमों में कृषि विज्ञान के विषय को भी जोड़ा जाएगा।
वीरों की धरती है निमाड़
इस दौरान सीएम यादव ने निमाड़ की धरती वीरों की धरती बताते हुए कहा कि निमाड़ ही वह जगह है जहां बाजीराव पेशवा ने प्राण त्यागे थे। निमाड़ की धरती पर भी साल 1857 में पहली बार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योद्धा टंट्या भील ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। मध्य प्रदेश सरकार ने वीर टंट्या भील के लिए आदर व्यक्त करते हुए उनके नाम पर खरगोन में क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय को शुरू किया है। उन्होंने बताया कि खरगोन के इन नए विश्वविद्यालय से निमाड़ अंचल के खरगोन सहित बड़वानी, अलीराजपुर, खंडवा और बुरहानपुर जिले के करीब 63 हजार विद्यार्थियों का लाभ मिलेगा।