Maharashtra NDA Shiv Sena Seat Sharing: महाराष्ट्र में शिवसेना और NDA के बीच सीटों का बंटवारा अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। पेंच 3 सीटों पर फंसा हुआ है। एक सीट पर 2 सहयोगी दल सहमत हो सकते हैं, लेकिन बाकी 2 सीटों पर विवाद जारी है। विजय शिवतारे को मनाने की कोशिशें भी जारी हैं।
Maharashtra NDA Shiv Sena Alliance Seat Sharing: महाराष्ट्र में NDA और शिवसेना के बीच सीट शेयरिंग में एक बार फिर पेंच फंस गया है। अब सीटों का बंटवारा 3 सीटों पर अटका है। इन सीटों के कारण ही अभी तक बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। यह तीन सीटें हैं- बारामती, माधा, सतारा।
गठबंधन में शामिल तीनों दलों ने इन पर दावेदारी ठोकी है। वहीं कैंडिडेट को लेकर इन तीनों लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया है। बता दें कि महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल हैं।
चहेतों को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराजगी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले के समर्थक इस बात से नाराज हैं कि महाराष्ट्र में भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची में सतारा सीट से उनके नाम की घोषणा नहीं की।
भाजपा के दिग्गज नेता विजयसिंह मोहिते-पाटिल और राकांपा अजित खेमे के रामराजे निंबालकर भी भाजपा के रंजीत सिंह नाइक निंबालकर को उम्मीदवार घोषित किए जाने से नाराज हैं।
भाजपा ने रविवार को माढ़ा और सतारा निर्वाचन क्षेत्रों में विद्रोही नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए मंत्री गिरीश महाजन को भेजा था, लेकिन उनके काफिले को पार्टी के वर्करों ने गंतव्य तक पहुंचने नहीं दिया।
बारामती सीट पर बन सकती दोनों दलों में सहमति
गिरीश महाजन का कहना है कि महायुति के सहयोगी दलों शिवसेना और राकांपा के बीच कुछ गलतफहमियां हैं। हर कोई चाहता है कि उनके नेता को उनके निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा जाए। इसलिए डिप्टी CM देवेंद्र फड़नवीस ने उन्हें नाराजगी दूर करने के लिए भेजा है।
सूत्रों के अनुसार, बारामती लोकसभा सीट को लेकर शिवसेना और राकांपा में सहमति बन सकती है। पूर्व मंत्री और शिंदे शिवसेना के नेता विजय शिवतारे बारामती से संभावित उम्मीदवार अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की कसम खा चुके हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मनाने के लिए सोमवार को शिवतारे को बुलाया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एकनाथ शिंदे ने सत्तारूढ़ गठबंधन में किसी भी तरह का मतभेद होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों के लिए सरकार को वोट देंगे और महाराष्ट्र में 45 से ज्यादा सीटें जीतेंगे।