Kedarnath Yatra 2024: आज अक्षय तृतीया पर चार धाम यात्रा शुरू हो गई है। केदारनाथ धाम, गंगोत्री, यमनोत्री के कपाट भी खुल गए हैं। चारों धाम की साज सज्जा और खूबसूरती देखते ही बन रही है। वहीं श्रद्धालुओं की अटूट आस्था देखकर भी जोश से लबरेज हो जाएंगे। देखें वीडियो और अपडेट्स…
Kedarnath Yatra 2024 Updates: आज अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के मौके पर चार धाम यात्रा शुरू हो गई है। केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट खुल गए हैं। श्रद्धालुओं की मौजूदगी में बाबा केदार के जयकारों के बीच कपाट खोले गए। शुभ मुहूर्त में ठीक 7 :15 बजे विधि विधान के साथ बाबा केदार की पंचमुखी डोली मंदिर में स्थापित की गई।
कपाट खुलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करके देश एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। सभी देश एवं प्रदेशवासियों के सुखमय जीवन के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में आयोजित भंडारा कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
खुल गए यमुनोत्री धाम के कपाट
जनपद उत्तरकाशी स्थित यमुनोत्री धाम के कपाट भी विधि विधान के साथ आज खोल दिए गए। दर्शनार्थ प्रातः10 बजकर 29 मिनट पर शुभ मुहूर्त में कपाट खोले गए। अब श्रद्धालु यमनोत्री धाम के दर्शन कर सकते हैं। इससे पूर्व प्रातः 7 बजे के करीब बाबा केदारनाथ के कपाट भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई मे खोल दिए गए थे। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने यमुनोत्री धाम में भी सबसे पहले पूर्जा अर्चना की।
गंगोत्री धाम के कपाट खुले
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यमुनोत्री के कपाट खुले। उसके बाद गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। आज अक्षय तृतीया पर अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12.25.बजे मंदिर समिति और मंदिर के मुख्य पुजारी ने स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में धाम के कपाट खोले।
जीरो डिग्री टेंपरेचर के बावजूद श्रद्धालुओं का जमावड़ा
केदारनाथ धाम के साथ आज गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट भी खुल गए। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुलेंगे। वहीं आजकल चारों धाम का तापमान जीरो डिग्री है। दिन में पारा जहां 0 से 3 डिग्री के आस-पास होता है और रात में तापमान माइनस में चला जाता है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
करीब 10 हजार श्रद्धालु इस समय चारों धाम पर मौजूद हैं। गौरीकुंड तक श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा है। बाबा केदार के दर्शन करने के लिए कतारों में इंतजार कर रहे हैं। बर्फ की चादर ओढ़े पहाड़ों और घने काले बादलों से भरे आसमान में बाबा केदार के जयकारे गुंजायमान हैं। बता दें कि गौरीकुंड केदारनाथ धाम से सिर्फ 16 किलोमीटर दूर है।
22 लाख से ज्यादा लोग करा चुके रजिस्ट्रेशन
केदारनाथ-बद्रीनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय से मिली जानकारी के अनुसार, गौरीकुंड में पैर रखने की जगह नहीं है। सभी 1500 कमरे बुक हैं। 5 हजार से ज्यादा खच्चर बुक हैं। सोनपुर भी फुल हो चुका है। देशभर से करीब 22 लाख श्रद्धालुओं ने चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया है। साल 2023 में रिकॉर्ड 55 लाख श्रद्धालु चारों धाम की यात्रा करने आए थे।
वहीं केदारनाथ धाम के संत अविराम दास महाराज के अनुसार, रात 12 बजे मुख्य रावल और 5-6 वेदपाठी ब्राह्मण मंदिर में प्रवेश कर चुके थे और मंदिर को बाहर से बंद कर दिया गया था। मंत्रोच्चारण के साथ ज्योतिर्लिंग में प्राण प्रतिष्ठा की गई। सुबह शुभ मुहूर्त में ठीक सवा 7 बजे बाबा केदार की पंचमुखी डोली को मंदिर में स्थापित किया गया। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी और तैयारी-सुविधाएं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चार धाम समुद्र तल से 3 हजार मीटर ऊपर हैं। पहाड़ों पर मौसम खराब है। कहीं बर्फबारी तो कही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। श्रद्धालु पूरी तैयारी के साथ ही चार धाम यात्रा पर निकलें। इस बार चारों धाम के रास्ते में डॉक्टर और मेडिकल ऑफिसर तैनात रहेंगे। 4जी और 5जी नेटवर्क की सुविधा मिलेगी। ऑनलाइन पूजा की सुविधा सिर्फ 30 जून तक मिलेगी।