Flight Stuck in Bad Weather: ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट पर बिजली गिर गई, जिससे पैसेंजरों में हड़कंप मचा। पायलट को इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। समय रहते पैसेंजरों की जान बचा ली गई, जिन्होंने घटना के समय अपने अनुभवों को बारे में मीडिया को बताया।
British Airways Plane Stucked in Lightning: फ्लाइट करीब 31 हजार फीट की ऊंचाई पर थी, अचानक मौसम खराब हुआ। बिजली कड़की और प्लेन से टकराई। बिजली गिरते ही प्लेन डगमगा गया। पैसेंजरों में हड़कंप मच गया। किसी अनहोनी की आशंका के चलते पायलट से सूझ-बूझ दिखाई और प्लेन को गैटविक शहर की ओर मोड़ लिया।
एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराकर उसने 500 से ज्यादा पैसेंजरों की जान बचा ली। रविवार दोपहर की घटना है। ब्रिटिश एयरवेज BA919 की फ्लाइट थी, जो स्टटगार्ट से हीथ्रो जा रही थी। प्लेन में कुछ खिलाड़ी थे, जो जर्मनी में यूरो 2024 खेलकर लौट रहे थे।
एक पैसेंजर ने बिजली गिरने की तस्वीर खींची
फ्लाइट ने भारतीय समयानुसार दोपहर 12 बजे जर्मनी से उड़ान भरी और इसे 1.40 बजे लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर उतरना था, लेकिन खराब मौसम के कारण पायलटों को विमान को गैटविक की ओर मोड़ना पड़ा, जहां पैसेंजर करीब 2 बजे उतरे। फिर उन्हें दूसरी फ्लाइट से हीथ्रो पहुंचाया गया। एक पैसेंजर जेको ने द सन को बताया कि हीथ्रो एयरपोर्ट के पास पहुंचते ही विमान पर बिजली गिरी थी।
एक पैसेंजर ने उस घटना की तस्वीर भी अपने कैमरे में ली। एक अन्य व्यक्ति, जिसका बेटा और पोता विमान में थे, ने घटनाक्रम को भयावह बताया। स्टटगार्ट में अत्यधिक गर्म ब्रेक के कारण पहले ही फ्लाइट देरी से टेकऑफ हुई थी और उसके बाद रास्ते में बिजली गिरने के बाद फ्लाइट का रास्ता बदलना पड़ा।
ब्रिटिश एयरवेज के प्रवक्ता का बयान भी आया
एक पैसेंजर रॉबर्ट रॉसल जर्मनी से लौट रहे थे। उन्होंने कैप्टन और उनकी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि कैप्टन ने समझदारी से फैसला लिया। प्लेन का रास्ता मोड़कर इमरजेंसी लैंडिंग कराकर पैसेंजरों की जान बचाई। केबिन क्रू ने पैसेंजरों को हिम्मत बंधाई। बोतलबंद पानी बांटा और शांत करने की कोशिश की।
कैप्टन, पायलटों और क्रू मेंबर्स उन डरावने हालातों में भी हिम्मत नहीं हारी, बल्कि पैसेंजरों का हौंसला बढ़ाया। बच्चों का ध्यान बांटा, महिलाओं के साथ गुफ्तगू की, ताकि माहौल नरम बना रहे। ब्रिटिश एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि फ्लाइट जब आसमान में होती तो बिजली गिरना बहुत आम बात है। ज्यादातर मामलों में इसमें कोई नुकसान नहीं होता। ज्यादातर विमानों पर साल में एक या दो बार बिजली गिरती है।