IT Company Layoff Decision: अमेरिका की एक बड़ी कंपनी ने 1800 लोगों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है। इस बारे में लेटर लिखकर कर्मचारियों को बता भी दिया है, ताकि वे अपने लिए दूसरी नौकरी तलाशना शुरू कर दें। आइए जानते हैं कि आखिर कंपनी ने यह फैसला क्यों लिया है?
American IT Company Layoff Decision: अमेरिका की मशहूर IT कंपनी इंटुइट छंटनी करने की तैयारी कर रही है। करीब 1800 लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा। CEO ने ओपन लेटर लिखकर कर्मचारियों को छंटनी करने की वजह बताई है। कंपनी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025 में कर्मचारियों की संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में कंपनी ने भविष्य में नए प्रोजेक्टों को लॉन्च करने पर विचार करते हुए कर्मचारियों का स्तर सुधारने का फैसला लिया है।
इसके तहत ही कंपनी ने खराब प्रदर्शन करने वाले 1800 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सासन गुडार्जी ने कर्मचारियों को ओपन लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि कंपनी के 10% कर्मचारियों पर छंटनी का असर पड़ेगा। छंटनी का मतलब लागत में कटौती करना नहीं है, बल्कि जिन कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। इसलिए कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
कंपनी अपने कुछ ऑफिस भी बंद कर सकती
लेटर में लिखा गया है कि 1800 कर्मचारियों को निकालन के साथ-साथ कंपनी ने एडमॉन्टन, कनाडा, बोइस, इडाहो में अपने ऑफिस बंद करने का फैसला भी लिया है। कंपनी के इन ऑफिसों में काम करने वाले 300 कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त किया जाएगा। बाकी कर्मचारियों को अटलांटा, बेंगलुरु, तेल अवीव और अन्य ऑफिसों में एडजस्ट किया जाएगा।
कर्मचारियों की संख्या में कटौती होने से कंपनी को 250 मिलियन डॉलर से 260 मिलियन डॉलर के बीच खर्च करना पड़ेगा, क्योंकि कंपनी निकाले जाने वाले कर्मचारियों को फुल एंड फाइनल पेमेंट भी करेगी। मंगलवार 16 जुलाई को सुबह 9 बजे कंपनी के अधिकारी सासन गुडार्जी कर्मचारियों को संबोधित करेंगे और उनके सवालों का जवाब देंगे। क्योंकि छंटनी के बारे में पहले बताया गया है तो कर्मचारी ऑप्शन देख लें।
AI टेक्नोलॉजी के कारण खतरे में पड़ी नौकरियां
बता दें कि जब से दुनिया में AI टेक्नोलॉजी आई है, तब से कंपनियों का काम करने का तरीका बदल गया है। क्योंकि इस नई टेक्नोलॉजी से काम कम समय में और आसानी से होता है, इसलिए कंपनियां अपने सिर से कर्मचारियों को खर्चे का बोझ उतार रही है। ऑफिस बंद करके लागत कम कर रही है। साथ ही AI टेक्नोलॉजी फ्रेंडली लोगों को ही नौकरी पर रख रही है।