Dating App Fraud Case Delhi: डेटिंग ऐप के जरिए ठगी के कई मामले सामने आते हैं। मगर दिल्ली से एक अनोखी ठगी का पर्दाफाश हुआ है। डेटिंग ऐप के जरिए एक लड़की ने लड़के को मिलने के लिए बुलाया और जब लड़का वहां पहुंचा तो कुछ लोगों ने उसे धर दबोचा।
Dating App Fraud Case Delhi: टेक्नोलॉजी के इस दौर में कुछ भी मुश्किल नहीं है। यहां तक कि जीवनसाथी भी घर बैठे ढूंढा जा सकता है। डेटिंग ऐप की मदद से कई लोग लाइफ पार्टनर की तलाश करते हैं। मगर दिल्ली के रहने वाले एक शख्स को डेटिंग ऐप से ना सिर्फ धोखा मिला है बल्कि लाखों रुपये का चूना भी लग गया है। शख्स ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं पुलिस ने भी ठगों को धर दबोचा है।
1 लाख 27 हजार 917 रुपये का बिल
दरअसल ये मामला दिल्ली के ब्लैक मिरर कैफे का है। सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे एक लड़के ने डेटिंग ऐप पर प्रोफाइल बनाई और जीवनसाथी की तलाश में जुट गया। इस दौरान एक लड़की से उसकी बातचीत शुरू हुई। लड़की ने शख्स को मिलने के लिए ब्लैक मिरर कैफे में बुलाया। पहली मुलाकात को लेकर एक्साइटेड शख्स जब कैफे में पहुंचा तो थोड़ा सा खाना खाने के बाद लड़की वहां से नौ दो ग्यारह हो गई। इसके पहले कि पीड़ित कुछ समझ पाता कैफे मैनेजर ने उसे 1 लाख 27 हजार 917 रुपए का बिल पकड़ा दिया।
ठगों ने बनाया बंदी
बिल देखते ही पीड़ित के होश उड़ गए और उसने इतनी बड़ी रकम चुकाने से इनकार कर दिया। कैफे मैनेजर के साथ विवाद बढ़ते ही कुछ लोगों ने शख्स को बंदी बना लिया और पैसा देने पर मजबूर कर दिया। ठगों ने पीड़ित को जान से मारने की धमकी भी दी। आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद पीड़ित ने तुरंत शकरपुर पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पीड़ित के खाते से पैसे निकालकर अक्षय पाहवा के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने अक्षय को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि ठगों में अक्षय का कजन वंश पाहवा और इनका दोस्त अंश ग्रोवर भी शामिल है। वहीं लड़की का नाम अफशां परवीन उर्फ आयशा नूर है। अफशां को पुलिस ने एक दूसरे कैफे से पकड़ा, जहां वो डेटिंग ऐप के जरिए मुंबई से आए एक लड़के से मिलने पहुंची थी।
पुलिस ने किया आगाह
पुलिस के अनुसार डेटिंग ऐप पर लड़कों को फंसा कर उनसे पैसे लूटे जाते थे। ठगी का 15 प्रतिशत लड़की को, 45 प्रतिशत कैफे मैनेजर और टीम को मिलता था। इसके अलावा 40 फीसदी पैसे मालिकों को दिया जाता था। पुलिस का कहना है कि जालसाजी का ये काम दिल्ली के अलावा एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में भी सक्रिय है। पुलिस सभी आरोपियों की तलाश कर रही है।