उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां पर कथित तौर पर एक नाबालिग लड़के के साथ मदरसे में अमानवीय व्यवहार किया गया, जहां उसे जंजीरों से बांधा गया और पीटा गया। बताया जा रहा है कि नाबालिग को दो दिनों तक खाने के बिना रहने पर मजूबर किया। जिसके बाद वह वहां से किसी तरह भाग निकला और एक ग्रामीण के घर में शरण ली। बच्चे की हालत देखकर गांव वालों को उसकी आपबीती के बारे में पता चला और उन्होंने तुरंत उसके रिश्तेदारों से संपर्क किया। पुलिस ने इस घटना के संबंध में मामला दर्ज किया है और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया पर पीड़ित बच्चे की फोटो सामने आई हैं।
पुलिस ने मामले के संबंध में जांच शुरू की
सहारनपुर पुलिस के अनुसार, स्थानीय अखबार में छपि खबर से यह मामला उनके संज्ञान में आया। पुलिस ने कहा कि सहारनपुर के तीतरों थाना के ग्राम बालू में एक आठ साल के नाबालिग को जंजीर से बांधकर पीटा गया। इस मामले में जब पुलिस ने जांच की और बच्चे पूछा तो यह मामला सही पाया गया। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बच्चे को परिजन ने पीटा
जानकारी के अनुसार, पुलिस को जब इस घटना के बारे में पता चला तो मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। जहां पर बच्चे की पिटाई करने वाला मामला सही पाया गया। बता दें कि जिन दो लोगों को पुलिस ने गिफ्तार किया है, उसमें एक मदरसे का मौलाना है और दूसरा पीड़ित का ताऊ है। दावा किया जा रहा है कि ताऊ ने भी कई बार बच्चे को पीटा। इतना ही नहीं उसे जंजीर से बांधकर रखा गया। लेकिन बच्चे के परिजन इसके उलट बयान देते नजर आए।
पीड़ित बच्चे के परिवार का कहना है कि उन्होंने बच्चे की खुद ही पिटाई की क्योंकि वह चोरी करता था। इसलिए उसकी आदत छुड़ाने के लिए उसकी पिटाई की। इसके साथ ही गांव के पूर्व प्रधान का कहना है कि इसमें मरदसे का कोई लेना-देना नहीं है, इस मामले में मदरसे को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।