भिवंडी में एनआईए का बड़ा ऑपरेशन,पड़घा-बोरीवली एनआईए की रडार पर,पड़घा-बोरीवली के साकिब नाचन सहित 15 लोग गिरफ्तार,चार लोगों से एनआईए ने किया पूछताछ
भिवंडी : पुणे में इसिस मॉड्युल मामले में भिवंडी तालुका के बोरीवली से चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद पड़घा बोरीवली गांव एक बार फिर एनआईए के रडार पर आ गया है| एनआईए द्वारा भिवंडी शहर एवं ग्रामीण इलाके में एक बड़ा ऑपरेशन किया गया| जिसके तहत शनिवार सुबह यहां हुई छापेमारी में साकिब नाचन समेत 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है| वहीं भिवंडी शहर में तीनबत्ती, निजामपुर, इस्लामपुरा शांतिनगर इलाके में चार लोगों के घरों की तलाशी लेकर पूछताछ के लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया है|
आतंकी संगठन आईएसआईएस में सक्रिय संदिग्ध राज्य और देश के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तारियां करने के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई-नासिक महामार्ग पर भिवंडी के ग्रामीण इलाकों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी किया। जिसमें पड़घा के नजदीक बोरीवली से साकिब नाचन,हासिब मुल्ला,मुसाब मुल्ला,रेहान सुसे, फरहान सूसे,फिरोझ कुवार,आदिल खोत,मुखलिस नाचन,सैफ आतिक नाचन,याह्या खोत,राफिल नाचन,राज़िल नाचन,शकूब दिवकर,कासीफ बेलारे एवं मुनज़ीर केपि को एनआईए ने हिरासत में ले लिया है| सूत्रों ने जानकारी दी है कि हिरासत में लिए गए इन सभी लोगों को दिल्ली ले जाया जाएगा और एएनआई मामले में इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा|
बतादें कि एनआईए ने पड़घा बोरीवली से जिस आरोपी साकिब नाचन को हिरासत में लिया है| वह मुंबई बम बिस्फोट सहित अन्य आतंकवादी गतिविधियों के मामलों में आरोपी था और कई वर्षों तक गिरफ्तार था। एएनआई ने चरमपंथी संगठन आईएसआईएस से संबंध होने के संदेह में उसे गिरफ्तार किया है| एनआईए ने भिवंडी के ग्रामीण इलाके पड़घा बोरीवली के साथ शहर के प्रमुख बाज़ार तीनबत्ती, इस्लामपुरा,निजामपुरा एवं शांतिनगर सहित कुल चार ठिकानों पर छापेमारी करके कुछ लोगों से पूछताछ किया है| एएनआई की इस कार्रवाई से भिवंडी शहर और ग्रामीण इलाकों में खलबली मची हुई है|
इससे पहले पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में अगस्त महीने में एएनआई द्वारा छठे आरोपी के रूप में पड़घा से शमिल नाचन को गिरफ्तार किया गया था| छठा आरोपी शमिल नाचन शनिवार को गिरफ्तार किए गए साकिब नाचन का बेटा है| उसके बाद एएनआई ने साकिब नाचन समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है| इससे पहले जुल्फिकार बडोदावाला और शरजील शेख को तीन जुलाई को पड़घा बोरीवली से गिरफ्तार किया गया था| उसके बाद पांच अगस्त को अकीब नाचन को गिरफ्तार किया गया था|
सूत्र बताते हैं कि एनआईए ने छापेमारी के दौरान आतंकियों के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और विदेशी-आधारित आईएसआईएस हैंडलर्स की भागीदारी के साथ एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश भी किया है| एनआईए की जांच में भारत के अंदर आईएसआईएस की आतंकी विचारधारा का प्रचार करने के लिए कटिबद्ध लोगों के एक जटिल नेटवर्क का खुलासा हुआ है| इस नेटवर्क ने आईएसआईएस के स्वयंभू खलीफा (नेता) के प्रति निष्ठा की शपथ ली और नेटवर्क इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) भी तैयार कर रहा था. अपने गुर्गों के जरिए इस संगठन का उद्देश्य भारतीय धरती पर आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देना था|
इस ऑपरेशन के दौरान बोरीवली गांव पुलिस छावनी बन गया था| पड़घा- बोरीवली में यह सबसे बड़ा ऑपरेशन था| सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने सहित पूरे ठाणे ग्रामीण पुलिस बल को तैनात किया गया था।
आईडी बनाने सहित आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था
भिवंडी : साकिब नाचन, विदेशी आकाओं के निर्देशन में, आईएसआईएस के हिंसक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईडी बनाने सहित आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था। एनआईए सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान एनआईए ने भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, आग्नेयास्त्र, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए। एनआईए की जांच में यह भी पता चला है कि मुख्य आरोपी साकिब नाचन और आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे| जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक फैलाने और हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची थी।
हिंसक जिहाद, खिलाफत, आईएसआईएस आदि के रास्ते पर चलना। प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘लिवरेटेड जोन ‘ और ‘अल शाम’ के रूप में स्वयं घोषित किया था। वह पड़घा आधार को मजबूत करने के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को अपने निवास स्थान से पड़घा में स्थानांतरित होने के लिए प्रेरित कर रहे थे। एनआईए ने अरीब मजीद के आवास की भी तलाशी ली; जो इस्लामिक स्टेट समूह में शामिल होने के लिए इराक गए थे,| आईएसआईएस से संबंधित गतिविधियों में शामिल हुए और बाद में भारत लौट आए। विशेष रूप से, अरीब मजीद शामिल नाचन के बहनोई हैं और उन्हें 11 दिसंबर को मुंबई में एनआईए मुख्यालय में पेश होने के लिए बुलाया गया है।
साकिब नाचन जहां पूर्व सिमी सदस्य और इंडियन मुजाहिदीन का करीबी सहयोगी रहा है| वहीं उसका आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा इतिहास रहा है। उन्हें 2002 और 2003 में मुंबई सेंट्रल, विले पार्ले और मुलुंड स्टेशनों पर हुए तीन बम विस्फोटों में शामिल होने के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। नाचन को हथियार रखने के लिए आतंकवाद निरोधक अधिनियम (पोटा) के तहत दस साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। एक विचाराधीन कैदी के रूप में सलाखों के पीछे समय बिताने के बाद, नाचन को मार्च 2016 में दोषी ठहराया गया था। उसके मुकदमे ने एक महत्वपूर्ण मामला चिह्नित किया, क्योंकि यह इनमें से एक था पहला उदाहरण जहां शिक्षित पेशेवरों पर आतंकवादी हमले करने का आरोप लगाया गया था। 2017 में, नाचन को जेल से रिहा कर दिया गया और वह अपने रिश्तेदारों के साथ अपने गृहनगर पडघा चला गया। वर्षों से, साकिब नाचन पडघा से जुड़ी विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण कानून प्रवर्तन एजेंसियों के रडार पर था।
साकिब नाचन को पहली बार 1991 में गुजरात आतंकवादी मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और शुरू में उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जिसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने घटाकर दस साल कर दिया था। 2001 में उन्हें रिहा कर दिया गया लेकिन 2003 विस्फोट मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। हालाँकि उन पर हत्या के तीन अलग-अलग मामलों में भी मामला दर्ज किया गया था, लेकिन उन मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया था। उन्हें 2002 और 2003 के बम विस्फोटों और उसके बाद पोटा मामले में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया और सजा सुनाई गई।
एनआईए की टीम सुबह चार बजे पहुंच गई थी तीनबत्ती तलाशी लेने
भिवंडी : एनआईए की टीम शनिवार की सुबह चार बजे तीनबत्ती स्थित एक घर की तलाशी लेने के लिए पहुंच गई थी| घर मालिक के अनुसार एनआईए की टीम द्वारा लगभग तीन-चार घंटे की सघन तलाशी के बाद भी कुछ मिला नहीं| इस घटना को लेकर उन्होंने शहर के नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील किया है| उन्होंने शहर में अमन शांति बनाए रखने की अपील किया है|
तीनबत्ती के रहने वाले तनवीर जमींदार ने बताया कि किसी गलत फहमी के चलते शनिवार सुबह लगभग चार बजे एनआईए की टीम उनके घर तलाशी लेने के लिए पहुंच गई थी| एनआईए की टीम तलाशी लेने के लिए उनका दरवाजा जोर-जोर से ठोंकती रही| वे सिविल ड्रेस में थे| जिससे यह पता नहीं चल रहा था कि वह पुलिस हैं या और कोई है| लेकिन रात होने के कारण उनके परिवार ने पहले दरवाजा नहीं खोला| उनका परिवार किसी अंदेशा के चलते काफी डर गया था| काफी देर बाद एनआईए की टीम ने बताया कि वे पुलिस वाले हैं और उनके घर की जांच के लिए आये हैं| एनआईए की टीम ने उनके परिवार से दरवाजा खोलने के लिए अनुरोध किया| एनआईए की टीम ने उनसे बताया कि उसके पास घर की तलाशी के लिए सर्च वारंट भी है| लेकिन तब तक पांच बज गया था| उनके परिवार वालों ने एनआईए की टीम से कहा कि अभी बच्चे से सो रहे हैं| सुबह होने के बाद तलाशी लेने के लिए आएं|
लेकिन एनआईए टीम द्वारा बार-बार दबाव बनाने के कारण उन्होंने 100 नंबर पर फोन करके इसकी जानकारी निजामपुर पुलिस को दिया और अपने अधिवक्ता को सूचना दे दिया| सूचना मिलते ही निजामपुर पुलिस वहां पहुंच गई| निजामपुर पुलिस के पहुंचने के बाद उन्होंने अपने वकील की सलाह पर दरवाजा खोला और एनआईए की टीम ने निजामपुर पुलिस के साथ तीन से चार घंटे तक उनके घर की तलाशी लिया| तनवीर ने बताया कि तलाशी के दौरान उनके घर से कुछ नहीं मिला| बच्चों के अरबी के कुछ पेपर एनआईए ने लिया है| लेकिन तीन-चार घंटे की तलाशी के कारण उनके बच्चे स्कूल नहीं जा सके| तलाशी के दौरान उन्होंने एनआईए की टीम का पूरा सहयोग किया| एनआईए की टीम तलाशी लेने के बाद मुंबई वापस चली गई|
तनवीर ने बताया कि एनआईए की टीम गलत समय पर आ गई थी| दरवाजा जोर-जोर से पीटने के कारण उन्हें समझ में नहीं आ रहा था| हालांकि एनआईए ने दरवाजा तोड़ देने की भी धमकी दिया था| उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार को न्यायालय में थे| शनिवार को भी उनकी तारीख थी| पुलिस ने उन्हें जब भी बुलाती वह हाजिर हो जाते|