Rajasthan CM Suspense Update: राजस्थान में सीएम फेस को लेकर कल शाम तक सस्पेंस खत्म हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि परिणाम आने के 9 दिन बाद सीएम का ऐलान किया जाएगा।
Rajasthan CM Suspense Update: राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के 8 दिन बाद भी प्रदेश में अभी तक सीएम का चेहरा तय नहीं हो पाया है। इस बीच पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के बाद छत्तीसगढ़ में पार्टी ने सरकार का चेहरा तय कर लिया है। पार्टी ने विष्णुदेव साय को विधायक दल का नेता चुना है। इसके अलावा विजय शर्मा और अरुण साव डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें सीएम और डिप्टी सीएम के साथ 13 मंत्री भी शपथ लेंगे।
इधर एमपी में भी भाजपा के पर्यवेक्षक दल के नेता राजधानी भोपाल पहुंच चुके हैं। एमपी में आज विधायक दल की बैठक होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि आज शाम तक सीएम का नाम का ऐलान हो सकता है। वहीं राजस्थान में रविवार को चले घटनाक्रम पर पूरे देश की नजर रही। लेकिन अब खबर है कि कल सीएम के नाम को लेकर चल रहा सस्पेंस कल खत्म हो सकता है।
कल 10 बजे विधायक दल की बैठक
भाजपा ने अपने सभी विधायकों को मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे मुख्यालय बुलाया है। ऐसे में कल पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक होगी। सीएम का नाम तय करने के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह कल सुबह तो वहीं सरोज पांडे और विनोद तावड़े आज शाम तक जयपुर पहुंच सकते हैं।
इन विधायकों ने वसुंधरा से की मुलाकात
इधर शनिवार और रविवार का दिन राजधानी जयपुर में काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने विधायक दल की बैठक से पहले एक बार फिर अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात की। शनिवार को शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़, डेगाना विधायक अजय सिंह किलक, बिलाड़ा विधायक अर्जुन लाल गर्ग, कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत, बगरू विधायक कैलाश वर्मा, गुढ़ामालानी विधायक केके विश्नोई समेत एक दर्जन से अधिक विधायक वसुंधरा से मिलने उनके आवास पहुंचे।
राजेंद्र राठौड़ ने वसुंधरा पर साधा निशाना
इधर भाजपा विधायकों के वसुंधरा से मिलने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पार्टी को पीएम मोदी के चेहरे पर जीत मिली है। उसके बाद भी अगर कोई यह सोच रहा है कि उनकी वजह से पार्टी को वोट मिले तो वह इस मुगालते में नहीं रहे। इधर विधायकों के वसुंधरा के मिलने को लेकर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी। वसुंधरा जी दो बार सीएम और केंद्रीय मंत्री रही हैं ऐसे में जीते हुए जनप्रतिनिधि उनसे मुलाकात कर रहे हैं। यह एक सामान्य मुलाकात है। इसको शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखना ठीक नहीं है।