VHP leader Surendra Jain on Mamata Banerjee attack on Sadhus in Purulia: वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में साधुओं पर हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है।
VHP leader Surendra Jain Anurag Thakur BJP spokesperson Shehzad Poonawala on attack on Sadhus in Purulia West Bengal: पश्चिम बंगाल में उत्तर प्रदेश के साधुओं की पिटाई का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने इस घटना की निंदा की है। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में साधुओं पर जानलेवा हमले की घटना पर उन्होंने कहा कि यह हमला मुस्लिम वोटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने किया था। वायरल फुटेज में कथित तौर पर साधुओं के एक समूह को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र करते और उन पर हमला करते देखा जा सकता है। फुटेज 30 सेकेंड का है।
विहिप नेता सुरेंद्र जैन की प्रतिक्रिया भी आई है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सुरेंद्र जैन ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में जिस तरह से टीएमसी के गुंडों ने हिंदू संतों पर जानलेवा हमला किया है, वह निंदनीय है और इसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता। पश्चिम बंगाल वह भूमि है, जहां हर साल ‘मां काली’ की पूजा की जाती है। बंगाल वह भूमि है, जहां चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। जहां बंकिमचंद्र चटर्जी, रवींद्र नाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और अरबिंदो घोष जैसे महान संतों का जन्म हुआ था।
करेंगे पुरजोर विरोध- जैन
जैन ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चंद मुस्लिम वोटों की खातिर उसी धरती पर जो हिंदू विरोधी माहौल बनाया है, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जैन ने कहा कि काली पूजा पंडालों पर हमले होते हैं, मूर्तियों का अपमान होता है, हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर अत्याचार होता है, टीएमसी के गुंडों द्वारा कार्यकर्ताओं को जिंदा भी जला दिया जाता है। ममता बनर्जी के अत्याचारों को बिल्कुल स्वीकार न करें। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
शुरू करना होगा देशव्यापी आंदोलन-जैन
विहिप नेता सुरेंद्र जैन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इसके लिए तत्काल माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि हम ममता बनर्जी को चेतावनी देना चाहते हैं कि उन्हें अपनी पार्टी के गुंडों के इस अपराध के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा, विश्व हिंदू परिषद को ममता बनर्जी के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करना होगा। जैन ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी से नाखुश है और उन्हें करारा जवाब देगी। टीएमसी को यह समझना चाहिए कि आज चंद मुस्लिम वोटों की खातिर देश किसी भी हालत में हिंदू समाज का अपमान स्वीकार नहीं करेगा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने क्या कहा
वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इसपर बयान दिया है। पुरुलिया घटना पर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘तुष्टिकरण की राजनीति ने राज्य में ऐसा माहौल बना दिया है। यह दावा करते हुए कि 2020 में हिंदुओं को अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास का जश्न मनाने से रोकने के लिए पश्चिम बंगाल में कर्फ्यू जैसी स्थिति बनाई गई थी, केंद्रीय मंत्री ने कहा, “अब हिंदू साधुओं की पिटाई की गई।”
राज्य सरकार चुप-अनुराग ठाकुर
ठाकुर ने कहा कि “जब राम जन्मभूमि (अयोध्या) में मंदिर की आधारशिला रखी गई, तो बंगाल में कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा कर दी गई ताकि हिंदुओं को उत्सव मनाने से रोका जा सके। अब, हिंदू साधुओं की पिटाई की गई और यहां तक कि हत्या का प्रयास भी किया गया। राज्य सरकार चुप है। जब मीडिया ने इस मुद्दे को उजागर किया तो कुछ जांच की गई।
बीजेपी प्रवक्ता शहजा पूनावाला ने क्या कहा
वहीं इस घटना पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पुरुलिया की घटना कुछ साल पहले महाराष्ट्र के पालघर की घटना के समान लगती है जब उद्धव ठाकरे सरकार के दौरान कुछ हिंदू साधुओं की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि पालघर भाग दो पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में देखा गया। टीएमसी के गुंडों द्वारा संतों को बेरहमी से पीटा गया। पालघर भाग एक उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र के पूर्व सीएम) के तहत हुआ। अब पालघर भाग दो ममता बनर्जी के तहत हो रहा है।
क्या हिंदू होना है अपराध-पूनावाला
बीजेपी प्रवक्ता ने पूछा, क्या पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है? पूनावाला ने कहा, “क्या हिंदू होना अपराध है? अगर आज पश्चिम बंगाल में साधु-संतों को इस तरह पीटा जा रहा है, तो कानून-व्यवस्था की स्थिति क्या है?…यह पश्चिम बंगाल में चौंकाने वाली स्थिति है।
क्या है पूरा मामला
वायरल वीडियो में शुक्रवार को पुरुलिया जिले में भीड़ द्वारा साधुओं के एक समूह को कथित तौर पर निर्वस्त्र किया गया और उन पर हमला किया गया। हालांकि, पुरुलिया पुलिस ने कहा कि गंगासागर जाने वाले तीन साधुओं और तीन नाबालिग लड़कियों के बीच “भाषा की समस्या” को लेकर गलतफहमी हो गई थी। पुलिस ने बताया कि लड़कियां डर गईं और स्थानीय लोगों ने अपहरण के प्रयास का आरोप लगाते हुए साधुओं के साथ मारपीट की और उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया।