Unique Dowry Demand In Aurangabad Bihar: दूल्हे ने दहेज में ऐसी डिमांड की रखी कि लड़की वालों को खुद बेटी के ससुराल जाकर वह चीज देनी पड़ी। जानें कहां हुई यह शादी और क्या मिला दूल्हे को दहेज में?
Unique Dowry Demand In Aurangabad Bihar (गणेश प्रसाद, औरंगाबाद) : धूम-धड़ाके के साथ पानी की तरह पैसा बहाकर की जाने वाली शादियां बहुत देखी होंगी। लाखों-करोड़ों कैश, कार, गहने, फ्लैट बेटी के दहेज में देने और मांगने वाले लोग भी देखे होंगे, लेकिन हम आपको ऐसी शादी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लाखों में से एक ही होगी।
क्योंकि ऐसी अनोखी शादी और अनोखे दहेज की डिमांड कभी न सुनी होगी, न देखी होगी। यह शादी महाराष्ट्र के औरंगाबाद में सोमवार रात को हुई थी, जिसमें दूल्हे ने लड़की वालों के सामने दहेज की ऐसी डिमांड रखी कि मेहमानों को भी वह चीज तोहफे में देनी पड़ी।
शादी के कार्ड में छपी दहेज-तोहफे की डिमांड
बिहार के औरंगाबाद के हसपुरा गांव में अनीश केशरी और सिमरन केशरी की शादी हुई। लड़का-लड़की दोनों सोशल एक्टिविस्ट हैं। साथ काम करते-करते दोनों को प्यार हुआ। दोनों की जाति एक ही थी तो परिवार वालों ने भी उनके रिश्ते को सहर्ष स्वीकार कर लिया और लव मैरिज अरेंज मैरिज में तब्दील हो गई
लेकिन दूल्हे अनीश ने दहेज में एक ऐसी डिमांड रखी, जिसे सुनकर सिमरन के परिवार वाले चौंक गए। दरअसल, अनीश अपनी शादी में ब्लड डोनेशन कैंप लगाना चाहता था। उसने कहा कि उसे दहेज-उपहार में पैसा और लग्जरी चीजें नहीं चाहिएं, बस एक मांग पूरी कर दो। यह मांग कार्ड में भी छपवाई गई।
कार्ड में छपा स्लोगन समझ नहीं पाए मेहमान
अनीश के अनुसार, उसने अपनी शादी के कार्ड में भी छपवाया था कि ‘गिव ब्लड सेव लाइफ’, लेकिन लोगों ने कार्ड देखा, स्लोगन समझ नहीं पाए, लेकिन जब शादी में ब्लड डोनेशन कैंप लगा और मेहमानों से रक्तदान करने की अपील की गई तो वे चौंक गए, लेकिन खुशी भी जताई।
उन्होंने कहा कि आइडिया अच्छा है। समाज सेवा का काम है। कार्ड देखा, लेकिन स्लोगन समझ नहीं पाए। फिर भी रक्तदान करेंगे। अनीश के अनुसार, कई मेहमानों ने रक्तदान किया। शादी की रस्में निभाने से पहले उसने और सिमरन ने भी रक्तदार किया। शादी के दिन मेहमानों के रक्तदान के बाद एकत्रित ब्लड को ब्लड बैंक भेज दिया।
स्वेच्छा से रक्तदान करने की अपील
अनीश ने कहा कि मेहमानों को उसने एक ही बात कही थी कि कोई दबाव नहीं है। जो स्वेच्छा से रक्तदान करना चाहता है, वह करें। मेरे लिए रक्तदान ही दहेज है और रक्तदान ही शादी का तोहफा है। मेरे परिवार के बुलाने पर सिमरन के घर वाले भी आरा के शिवगंज शीतल टोला से सिमरन के साथ हसपुरा चले आए। बता दें कि अनीश ने अपनी शादी में 14वीं बार और सिमरन ने 9वीं बार रक्तदान किया। हसपुरा के ईंटवां रोड निवासी अनीश की पहचान इलाके में रक्तवीर के नाम से है। दुल्हन सिमरन उर्फ पिंकी केशरी भोजपुर के आरा की है और वह भी रक्त वीरांगना है। दोनों ने संकल्प लिया कि वे आगे भी रक्तदान करते रहेंगे।
भाभी से लेकर जीजा तक ने किया रक्तदान
अनीश-सिमरन की शादी में लगे रक्तदान शिविर में दुल्हन के भाई हिमेश केशरी, बहन सुनीता केशरी, भाभी रेखा केशरी और भाई अभिषेक केशरी ने रक्तदान किया। इनके अलावा शादी में आए विजेता पटेल, शाहबाज मिन्हाज, शिक्षक दीपक कुमार, राजू भारती, पत्रकार अभय कुमार, पत्रकार निशांत कुमार, बबलू खान, राजकुमार, गोलू सत्या, मिथिलेश शर्मा एवं अन्य लोगों ने भी रक्तदान किया। रक्तदान शिविर लगाने आए निरामया ब्लड बैंक, पटना के डायरेक्टर डॉ. राकेश रंजन ने कहा कि मैंने आज तक कई ब्लड डोनेशन कैंप लगाए, लेकिन शादी के मौके पर ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं।