Narayana Murthy on Politics: नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की शुरुआत साल 1981 में की थी। राजनीति ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा-अब मेरा समय बच्चों को बढ़ता हुआ देखने के लिए है।
जूनियर सहकर्मियों को आगे बढ़ते हुए देख रहा
इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा कि अब रिटायरमेंट के बाद मेरे अलग प्लान हैं। अब मेरा समय अपने बच्चों और उनके बच्चों को बढ़ते हुए देखने और उसे एन्जॉय करने के लिए है। मैं इन दिनों अलग-अलग विषयों पर किताबें पढ़ता हूं। मैं अपने आसपास परिवार और पूर्व में रहे जूनियर सहकर्मियों को आगे बढ़ते हुए देख रहा हूं। जानकारी के अनुसार नारायण मूर्ति ने इंफोसिस की शुरुआत साल 1981 में की थी। वह अगस्त 2011 में कंपनी से रिटायर हुए। इस बीच वह कंपनी में सीईओ और बोर्ड चेयरमैन समेत अन्य कई पद पर रहे। इंफोसिस इंडिया की सबसे बड़ी टेक फर्म में से एक है।
समाज सेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं
टाटा की पहली महिला इंजीनियर और नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति ने भी पूछने पर मीडिया में राजनीति में जानें से इनकार किया है। उन्होंने कहा- मुझे समाज सेवा के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं है। मैं इस तरह ही खुश हूं। उन्होंने बताया कि मैं समाज सेवा के कई विषयों से जुड़ी हूं। यहां बता दें कि साल 2023 में नारायण मूर्ति तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने भारत में युवाओं से सप्ताह में 70 घंटे काम करने की अपील की थी