Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman: भारी बर्फबारी के कारण सड़कें ब्लॉक थीं। रात का समय था, अचानक गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। सड़कें ब्लॉक होने के कारण एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पाई। परिवार के पास भी कोई साधन नहीं था।
गर्भवती दर्द से तड़प रही थी और परिजनों को उसकी जान को खतरा लगने लगा। इस बीच सेना के जवान गश्त पर पहुंचे तो उन्होंने महिला की हालत देखी। जवानों ने तुंरत गर्भवती को कंधे पर उठाया और बर्फबारी के बीच भीषण ठंड में उसे अस्पताल लेकर गए। इस तरह उन्होंने मां और उसके बच्चे की जान बचाई।
कुपवाड़ा की घटना, लोगों ने सैल्यूट किया
भारतीय सेना के जवानों की इस जिंदादिली का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग सेना के जवानों को सलाम कर रहे हैं। उन्हें लोगों का सच्चा रक्षक बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि वैसे तो आजकल लोगों में इंसानियत नहीं, लेकिन सेना के जवानों के जज्बे से हर किसी को सबक लेना चाहिए।
महिला के परिवार ने भी सेना के जवानों का आभार जताया कि उन्होंने जच्चा-बच्चा की जान बचाई। बता दें कि उत्तरी कश्मीर के मोनाबल (कुपवाड़ा) में गुरुवार रात को सेना की 30RR के जवानों ने गर्भवती महिला की मदद करके उसे अस्पताल पहुंचाया।
आशा वर्कर ने कहा ले जाना होगा अस्पताल
जवानों ने बताया कि बर्फबारी के कारण कुपवाड़ा के अंदरुनी इलाकों की सड़कें ब्लॉक हो चुकी हैं। मोनाबल में रहने वाले मंजूर अहमद खान की पत्नी प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। आशा वर्कर ने उसकी हालत देखते हुए उसे अस्पताल ले जाने को कहा, लेकिन सड़के ब्लॉक और कोई साधन न होने के कारण परिजन बेबस नजर आए।
मंजूर ने मदद मांगने के लिए सैन्य शिविर में फोन किया। सेना के डॉक्टर जरूरी दवाओं और बचावकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन हालत नाजुक होने के चलते जवानों ने महिला को कंधों पर लादकर 5 किलोमीटर दूर उपजिला अस्पताल लंगेट पहुंचाया।