kashi Mathura Temples Demand : देश में राम मंदिर के बाद संत ने काशी और मथुरा मंदिरों की मांग की है। स्वामी ने मुस्लिम पक्ष से ये दोनों मंदिर छोड़ने की अपील की है।
kashi Mathura Temples Demand : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब ज्ञानवापी और श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मांग उठने लगी है। काशी और मथुरा को लेकर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के बाद काशी और मथुरा मंदिरों के मुक्त होने के बाद हिंदू आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए गए अन्य मंदिरों से संबंधित मुद्दों को भूल जाएंगे।
स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि इन तीन मंदिरों (अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि) को सौंप देना चाहिए, क्योंकि आक्रांताओं द्वारा हमारे ऊपर किए गए आक्रमण के सबसे बड़े निशान हैं। इसकी वजह से राष्ट्रीय समाज के अंतर्मन में बहुत वेदना है। अगर ये लोग शांति के साथ इस वेदना को दूर कर देते हैं तो भाईचारा और बढ़ेगा।
किसी तरह की अशांति उत्पन्न नहीं होगी : स्वामी
उन्होंने आगे कहा कि मैंने पहले ही बोल दिया था कि तीन मंदिर मुक्त होने के बाद हम अन्य मंदिरों की ओर ध्यान देने की इच्छा नहीं रखते हैं। हमलोगों को भविष्यकाल में जीना है, भूतकाल में नहीं जीना है। देश का भविष्य अच्छा होना चाहिए। अगर समझदारी और प्रेम से हमें ये तीन मंदिर मिल जाते हैं तो हम सारी अन्य बातें भूल जाएंगे। हम उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे। किसी तरह की अशांति उत्पन्न नहीं होने देंगे।
मुस्लिम पक्ष को समझाने की कोशिश करेंगे : स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज
महाराज ने कहा कि जैसे राम मंदिर का समाधान शांतिपूर्वक ढूंढ लिया गया है, वैसे ही हमें उम्मीद है कि अन्य मुद्दे भी सुलझ जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग काशी और मथुरा के शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। हम परिस्थिति के अनुसार अगला कदम उठाएंगे और उन्हें समझाने का भरपूर प्रयास करेंगे।