Nita Ambani Traditional Look: अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री-वेडिंग फंक्शन के तीसरे दिन नीता अंबानी ने पारंपरिक रॉयल लुक को अपनाया, जिसमें वो बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी। आइए जानते हैं उनके इस लुक के बारे में।
Nita Ambani Traditional Look: देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी जल्द ही राधिका मर्चेंट से शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। दोनों 12 जुलाई को शादी करेंगे। शादी से पहले गुजरात के जामनगर में अनंत और राधिका के प्री-वेडिंग फंक्शन तीन दिनों तक हुए। प्री-वेडिंग फंक्शन के तीसरे और आखिरी दिन दो इवेंट रखे गए थे। इस मौके पर टस्कर ट्रेल्स पहली थीम थी। इस थीम के तहत फंक्शन में आए सभी मेहमानों के लिए शानदार लंच का इंतजाम किया गया था, जो कि किसी शहंशाही दावत से कम नहीं था। वहीं शाम के समय दूसरा इवेंट हुआ। इसकी थीम हस्ताक्षर पर थी, जिसके लिए हेरिटेज इंडियन थीम ड्रेस कोड रखा गया था। इस दौरान पूरे अंबानी परिवार और फंक्शन में शामिल सभी मेहमानों ने हेरिटेज इंडियन ड्रेस कोड को फॉलो किया था।
बता दें कि प्री-वेडिंग फंक्शन के तीसरे दिन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने हैंडलूम कांचीपुरम साड़ी पहनी। उन्होंने भारतीय कला और संस्कृति को प्रमोट करते हुए ये साड़ी पहनी, जिसके तहत उन्होंने स्थानीय कारीगरों के कौशल को दिखाया। आज हम आपको उन्हीं के इस पारंपरिक रॉयल लुक के बारे में बताएंगे।
नीता अंबानी का ‘पारंपरिक रॉयल लुक’
बता दें कि प्री-वेडिंग फंक्शन के तीसरे दिन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी हैंडलूम कांचीपुरम साड़ी में बहुत खूबसूरत लग रही थी। इस मौके पर उन्होंने गोल्डन और व्हाइट कांचीपुरम साड़ी को कैरी किया। इसी के साथ उन्होंने बालों को बांधते हुए जूड़ा बनाकर उसमें गजरा लगाया। इसके अलावा उन्होंने अपने लुक को लाइट ज्वेलरी से कंप्लीट किया। उन्होंने लाल बिंदी के साथ ग्रीन कलर का पेंडल हार, मैचिंग कानों के बुंदे, गोल्डन अंगूठी, हाथों में गोल्डन और ग्रीन कड़ा कैरी किया। इस साड़ी को फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने डिजाइन किया है, जिस बात की जानकारी उन्होंने खुद पोस्ट कर दी है।
नीता अंबानी ने पारंपरिक कला को किया प्रमोट
अपने बेटे की शादी के फंक्शन में नीता अंबानी ने कांचीपुरम साड़ी पहनकर पारंपरिक भारतीय शिल्प कौशल के प्रति अपने गहरे सम्मान को बयां किया है। उन्होंने भारतीय कला और स्थानीय कारीगरों के अद्वितीय कौशल पर प्रकाश डाला है। बता दें कि कांजीवरम साड़ियों को दक्षिण भारतीय बुनकरों द्वारा बनाया जाता है, जो कि उनकी सबसे शानदार कला में से एक है। कांजीवरम साड़ी वजन में बहुत ज्यादा हल्की होती है, क्योंकि इसे शुद्ध सिल्क से बनाया जाता है। इसके अलावा कांजीवरम साड़ियों में चमकीले रेशमी धागे का भी इस्तेमाल किया जाता है। जो आसानी से टूटते नहीं है। इसी वजह से जब महिलाएं कांचीपुरम साड़ी पहनती है, तो वो पारंपरिक रॉयल लुक को दर्शाती हैं।