Benefits of Being Single Woman: पहले के समय में महिलाओं की सफलता का अंदाजा उनके वैवाहिक जीवन से लगाया जाता था। अगर वो अपने वैवाहिक जीवन में खुश है तो उन्हें सफल माना जाता था, लेकिन अब महिलाएं यह समझ रही हैं कि उनकी शादी और सफलका का कोई लेना देना नहीं है।
Benefits of Being Single Woman: शादी को लेकर अब युवाओं की सोच बदल रही है। वो अब अकेला रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि शादी उनके करियर में रोड़ा न बन जाए, जिसके चलते वो लेट शादी करते हैं या फिर शादी से दूर भागते हैं। खासतौर पर लड़कियों का ऐसा मानना है कि वो अपने सपनों को सच करने के लिए किसी भी कीमत पर कोई Sacrifice नहीं करना चाहती है। अब इसी बात पर सर्वे किया गया है कि आखिर क्यों लड़कियां शादी नहीं करना चाहती हैं? क्या वो सिंगल रहकर खुश है?
हाल ही में एक शोध किया गया, जिसमें काफी चौकाने वाली बात सामने आई है। ये अध्ययन डाटा एनालिस्ट ‘मिंटेल’ द्वारा किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि 49% फीसदी पुरुष सिंगल होते हुए भी खुश हैं। वहीं 61% महिलाएं अकेले यानी सिंगल रहना चाहती हैं। इस रिपोर्ट की सबसे चौकाने वाली बात ये है कि इसमें दावा किया गया है कि सिंगल महिलाओं में से 75% महिलाओं ने अपने लिए साथी की तलाश ही नहीं की। हालांकि इसमें पुरुष भी पीछे नहीं है। महिलाओं के मुकाबले 65% पुरुष ऐसे हैं, जिन्होंने शादी करने के बारे में सोचा ही नहीं है।
किस वजह से शादी नहीं करना चाहते हैं युवा?
अध्ययन में कहा गया है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते को चलाने के लिए पुरुषों के मुकाबले महिलाओं पर ज्यादा जिम्मेदारी होती है। उन्हें रिश्ता निभाने के साथ-साथ घर का काम जैसे कि खाना बनाना, परिवार का ध्यान रखना, बच्चों को अच्छे संस्कार देना आदि कार्य भी करने पड़ते हैं। शादी में उन्हें अपने लिए समय नहीं मिलता है। इसके अलावा अगर अपनी लाइफ में उन्हें कुछ हासिल करना है तो तब उनके लिए काम के साथ-साथ घर को मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए उनकी शादी में रुचि खत्म होती जा रही है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, पुरुष प्रधान देश में लड़कियों का दम घुटता है। वो अपने करियर और मन-मुताबिक अपनी जिंदगी जीने पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। लोग क्या कहेंगे? इसकी चिंता छोड़ महिलाएं शिक्षित और आत्मनिर्भर बन रही हैं। इसलिए अब लगातार अविवाहित महिलाओं की गिनती पहले की तुलने में तेजी से बढ़ रही है। गौर करने वाली बात ये है कि महिलाओं को अकेले रहने में कोई परेशानी भी नहीं हो रही है। लड़कियों का मानना है कि पत्नी और मां बनने से उन्हें खुशी मिलेगी, इसकी कोई गारंटी नहीं है। अगर उन्हें अकेले रह कर ही खुशी मिल रही है तो इसमें क्या गलत है। वह आत्मनिर्भर है। ऐसे में उन्हें साथी की जरूरत महसूस ही नहीं होती।
क्या लिव इन रिलेशन से बदली है लड़कियों की सोच?
अध्ययन में कहा गया है कि, ‘कुछ लड़कियां लिव इन रिलेशन में इतनी खुश है कि वो शादी के बंधन में बंधना ही नहीं चाहती। वो किसी भी तरह की जिम्मेदारी से मुक्त रहना चाहती हैं। इसलिए वो शादी से दूर भाग रही हैं।’ सर्वे में ये बात भी सामने आई है कि देश की 83 प्रतिशत महिलाओं ने माना है कि अगर उन्होंने शादी नहीं की तो वो अपने जीवन में बहुत ज्यादा खुश है। उन्हें किसी बंधन में बंधा हुआ महसूस नहीं होता है। वहीं 83 प्रतिशत लड़कियों का ये मानना है कि उन्हें शादी की कोई जल्दबाजी नहीं है। वो तब तक सही पार्टनर का इंतजार करेंगी, जब तक कि उन्हें कोई सही जीवन साथी नहीं मिल जाता।