Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) का इंतजार अब खत्म हो चुका है। चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है। देश की 543 सीटों पर चुनाव का ऐलान हो चुका है। ………. से ………. के बीच 7 चरणों में मतदान होगा। ऐसे में सभी की निगाहें देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश पर टिकी हैं।
उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखें
कहते हैं कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। देश के सबसे बड़े सूबे यूपी के पास लोकसभा की कुल 80 सीटें मौजूद हैं, जिनपर सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा करना शुरू कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार
चरण | तारीख | सीट |
पहला चरण | 11 अप्रैल | सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर |
दूसरा चरण | नगीना, अमरोह, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी | |
तीसरा चरण | मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, ऐटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत | |
चौथा चरण | शाहजहांपुर, खेड़ी, मिश्रिख, उन्नाव, फरूखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर, हरदोई | |
पांचवां चरण | दौराहा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा | |
छठा चरण | सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछली शहर, भदौही | |
सातवां चरण | महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज |
2019 में भाजपा ने मारी बाजी
देश में लोकसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद यूपी में भी सभी राजनीतिक दल चुनावी समीकरण साधने में जुट गए हैं। बता दें कि, 2019 में देश की सभी सीटों पर कुल 7 चरणों में चुनाव हुए थे। जो कि 11 अप्रैल से 19 मई तक चले थे। वहीं 23 मई को चुनावी नतीजों का ऐलान हुआ, जिसमें बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए ने उत्तर प्रदेश में कुल 64 सीटें जीती थीं, जिसमें 62 सीटें सिर्फ बीजेपी के खाते में थीं।
महागठबंधन हुआ फेल
2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को मात देने के लिए महागठबंधन बना था। मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा), अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल ने हाथ मिलाते हुए सूबे में महागठबंधन की नींव रखी थी। मगर इसके बावजूद तीनों पार्टियाों ने महज 15 सीटें ही हासिल की थीं। इस दौरान बसपा को 10 और सपा को 5 सीटें मिलीं थीं। बात करें कांग्रेस पार्टी कि तो कांग्रेस ने राज्य की 80 सीटों में से केवल 1 सीट की जीती थी।
भाजपा बनाम विपक्ष
पिछले चुनावी नतीजों से साफ है कि सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्ष का ध्यान भाजपा को हराने पर केंद्रित होगा। तो वहीं बीजेपी के ‘अबकी बार 400 पार’ नारे में उत्तर प्रदेश अहम भूमिका निभाएगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में यूपी की जनता किसे सत्ता का अगला दावेदार चुनेगी?