Business Man Success Story: कई भारतीयों ने विदेशों में जाकर देश का नाम रोशन किया है। मगर आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस मैन से रूबरू करवाते हैं, जिन्होंने 50 रुपए लेकर देश छोड़ा और करोड़ों का साम्राज्य खड़ा करके रियल स्टेट की दुनिया का जाना पहचाना नाम बन गया।
Business Man Success Story: वैसे तो विदेशों में जाकर कई भारतीयों ने नाम कमाया है। विदेश में मौजूद ढेरों मल्टीनेशनल कंपनी में भारतीय मूल के अनगिनत लोग काम करते हैं। मगर आज हम आपको एक ऐसे बिजनेस मैन की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जिन्होंने केरल के एक छोटे से गांव से अपना सफर शुरू किया और अब करोड़ों के कारोबार का मालिक है। हम बात कर रहे हैं पुथन मेनन की।
छोटी उम्र में छूटा पिता का साथ
पुथन नादुवक्कट चेंथमरक्ष मेनन केरल के पालघाट में अपने परिवार के साथ रहते थे। मेनन स्कूल में थे, जब उनके पिता का देहांत हो गया। सर से पिता का साया हटने के बाद परिवार आर्थिक तंगी से झूझने लगा। पढ़ाई में हमेशा से अव्वल रहे मेनन को ना चाहते हुए भी स्कूल बीच में छोड़ना पड़ा। परिवार का पेट पालने के लिए मेनन ने देश के बाहर जाने का फैसला किया।
50 रुपए से शुरू हुआ सफर
मेनन ने जब भारत छोड़ा तो उनके पास महज 50 रुपए थे। मगर उनका सपना इससे कहीं ज्यादा बड़ा था। यही वजह है कि मेनन ने हार नहीं मानी और 1995 में उन्होंने एक रियल स्टेट कंपनी की नींव रखी। शोभा डेवलपर्स के नाम से शुरू हुई ये कंपनी अब शोभा लिमिटेड के नाम से मशहूर है, जिसकी कुल मार्किट वैल्यू 14700 करोड़ रुपए है। मेनन की इस कंपनी को देश की सबसे बड़ी रियल स्टेट कंपनियों में गिना जाता है।
राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
मेनन ने अरब देशों में कई खूबसूरत बिल्डिंग्स तैयार की हैं। इस लिस्ट में ओमान की सुल्तान कबूस मस्जिद और अल बुस्तान पैलेस का नाम शामिल है। ओमान में मेनन को टॉप इंटीरियर डिजाइनर्स में गिना जाता है। मेनन ने बिना कोई डिग्री हासिल किए इन्फोसिस के मालिक नारायण मूर्ति के साथ भी काम किया है। साथ ही उनकी आकर्षक वास्तुकला के कई नमूने संयुक्त अरब अमीरात में भी देखे जा सकते हैं। यही वजह है कि भारत के राष्ट्रपति ने मेनन को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरुस्कार से भी नवाजा है।