Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद लगातार राजस्थान में पार्टी के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं। हालांकि कांग्रेस के नीरज डांगी को छोड़कर बाकी सभी सांसद अपने-अपने राज्यों में प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं।
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के आला नेता पूरे दमखम के साथ चुनाव में जुटे है। इस बीच चुनावी महासमर में राज्यसभा सांसद भी कहां पीछे रहने वाले हैं। भाजपा ने अपने 4 राज्यसभा सांसदों को कमजोर सीटों पर रणनीति बनाने से लेकर प्रचार तक का जिम्मा सौंप रखा है।
राजस्थान में राज्यसभा की 10 सीटें हैं। प्रदेश में 6 सांसद कांग्रेस के है। इनमें से 5 सांसद दूसरे राज्यों के हैं। वहीं एक सांसद नीरज डांगी ही स्थानीय है। वे पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत की जालौर-सिरोही सीट पर चुनावी अभियान में नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा के 4 सांसद अलग-अलग चुनावी क्षेत्रों में सक्रिय हैं। पहले बात करते हैं भाजपा के राज्यसभा सांसदों की।
भाजपा के राजस्थान में 4 राज्यसभा सांसद हैं। आलाकमान ने सांसद घनश्याम तिवाड़ी को सीकर और झुंझुनूं में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी है। तिवाड़ी इन दोनों ही सीटों पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के साथ ही प्रचार की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। सीकर सीट कांग्रेस ने सीपीएम के लिए छोड़ दी है। वहीं झुंझुनूं में कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बृजेंद्र ओला को प्रत्याशी बनाया है। ये सीटें भाजपा के लिए चुनौती बनी हुई हैं।
भाजपा के 4 सांसद 8 सीटों पर पार्टी के लिए बना रहे रणनीति
दूसरे भाजपा सांसद चुन्नीलाल गरासिया को पार्टी ने डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर प्रचार का जिम्मा सौंपा हैं। वे आदिवासियों के बीच जाकर पार्टी के लिए लगातार अभियान कर रहे हैं। वहीं एक और सांसद राजेंद्र गहलोत को भाजपा ने नागौर सीट पर जिम्मेदारी दी है। वे पार्टी की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के लिए माहौल बनाने में जुटे हैं। इस सीट पर वे जाट बाहुल्य और अल्पसंख्यक क्षेत्रों में जाकर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। भाजपा आलाकमान ने मदन राठौड़ को चित्तौड़गढ़, जालौर-सिरोही, पाली और भीलवाड़ा लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी हैं।
कांग्रेस के सांसद अपने राज्यों में व्यस्त
कांग्रेस के 5 राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल, सोनिया गांधी, मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला अपने-अपने राज्यों में पार्टी के लिए प्रचार करने में व्यस्त हैं। केसी वेणुगोपाल केरल की अलाप्पुझा सीट से प्रत्याशी हैं। प्रमोद तिवारी यूपी में कांग्रेस के बड़े नेता हैं वे प्रदेश में प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने में जुटे हैं। मुकुल वासनिक महाराष्ट्र में महाअघाड़ी प्रत्याशियों के लिए रणनीति बना रहे हैं। वहीं रणदीप सुरजेवाला हरियाणा से आते हैं ऐसे में वे प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर पार्टी के रणनीति बनाने में जुटे हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बीमार होने के कारण चुनावी राजनीति से दूर है।