Apple iPhone Price in China : क्या आप जानते हैं इन दिनों एप्पल चीन में अपने लेटेस्ट आईफोन्स पर जबरदस्त डील्स एंड डिस्काउंट ऑफर दे रहा है। कुछ आईफोन मॉडल्स पर तो कंपनी 27 हजार रुपये तक छूट दे रही है। चलिए इसके बारे में जानते हैं…
Apple iPhone Price in China: टेक दिग्गज Apple इन दिनों चीन में iPhones पर भारी छूट दे रहा है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Apple ने चीन में अपनी ऑफिशियल Tmall वेबसाइट पर शानदार डिस्काउंट ऑफर्स को पेश किया है। इस डिस्काउंट की वजह हुआवेई जैसे लोकल ब्रांड्स से बढ़ते कम्पटीशन को बताया जा रहा है। 28 मई तक एप्पल ऑफिशियल Tmall Store पर डिस्काउंट दे रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस साल की शुरुआत में भी कंपनी ने कुछ ऐसे ही शानदार ऑफर्स को पेश किया था।
27 हजार रुपये तक डिस्काउंट
TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक चुनिंदा मॉडल्स पर कंपनी ने 2,300 युआन यानी 27 हजार रुपये तक कम किए हैं, सबसे ज्यादा छूट टॉप-ऑफ-द-लाइन 1TB iPhone 15 Pro Max पर मिल रही है। यहां तक कि बेस 128GB iPhone 15 की कीमत में भी 1,400 युआन यानी 16 हजार रुपये से ज्यादा की गिरावट देखी गई है।
Price में कटौती से बिक्री बढ़ाने की कोशिश?
यह एग्रेसिव प्राइसिंग स्ट्रेटेजी उस वक्त सामने आई है जब Huawei ने हाल ही में Pura 70 सीरीज और Mate 60 के लॉन्च के साथ हाई-एंड स्मार्टफोन मार्केट में कम्पटीशन को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। ऐसा लगता है कि Apple इससे पहले चीन में बिक्री में गिरावट का अनुभव करने के बाद अपने बाजार हिस्सेदारी को बचाने के लिए इस तरह के डिस्काउंट ऑफर्स दे रहा है।
एप्पल की बिक्री में 19% तक गिरावट
चीन की हुआवेई ने पहली तिमाही में चीन में अपने स्मार्टफोन की बिक्री में 70% की साल-दर-साल वृद्धि देखी, जबकि एप्पल की बिक्री में 19% से अधिक की गिरावट आई है। काउंटरपॉइंट के वरिष्ठ शोध विश्लेषक इवान लैम ने बताया कि तिमाही के दौरान एप्पल की बिक्री कम रही क्योंकि हुआवेई की वापसी ने प्रीमियम सेगमेंट में एप्पल को सीधे टक्कर दी है।
तीसरे स्थान पर पहुंचा Apple
काउंटरपॉइंट के अनुसार, iPhone निर्माता, जिसने 2023 की पहली तिमाही में लगभग 20% हिस्सेदारी के साथ चीन के स्मार्टफोन बाजार में पहला स्थान हालिया किया था लेकिन इस साल के पहले तीन महीनों में कंपनी तीसरे स्थान पर आ गई है। एप्पल की बाजार हिस्सेदारी चीन में अब 15.7% है, जबकि हुआवेई की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल के 9.3% से बढ़कर 15.5% हो गई है।