Kotak Mahindra AMC Nilesh Shah 84 Hour Work in A Week : कोटक महिंद्रा के एक अधिकारी ने हफ्ते में 84 घंटे काम करने की बात कही है। इन्होंने कहा कि लोगों को हफ्ते में 84 घंटे काम करना चाहिए ताकि देश का विकास तेजी से हो सके। ऐसा पहली बार नहीं है जब हफ्ते में इतने घंटे काम करने की बात कही गई है।
Kotak Mahindra AMC Nilesh Shah 84 Hour Work in A Week : कोई आपसे पूछ कि एक दिन में कितने घंटे काम करना जरूरी है? तो आप कहेंगे कि 8 से 9 घंटे, वह भी हफ्ते में 5 या 6 दिन। अगर हफ्ते में 5 दिन काम करना है तो दिन में 9 घंटे काम काफी हैं और अगर 6 दिन करना है तो 8 घंटे काफी हैं। अगर आपसे कोई कहे कि आपको पूरे हफ्ते रोजाना 12-12 घंटे काम करना है। वहीं अगर वीक ऑफ लेना है तो बाकी के दिनों में काम के घंटे बढ़ाने होंगे तो आपको कैसा लगेगा?
ऐसा ही सुझाव दिया है कोटक महिंद्रा AMC के सीईओ नीलेश शाह ने। उन्होंने हफ्ते में 84 घंटे काम करने की वकालत की है। ‘इन्वेस्ट आज फॉर कल विद अनंत लाढा’ के पॉडकास्ट में नीलेश ने कहा कि देश के विकास के लिए एक पीढ़ी को हफ्ते में 84 घंटे काम करना होगा। बता दें कि हफ्ते में 84 घंटे काम करने मतलब हो गया कि बिना छुट्टी लिए रोजाना 12 घंटे काम करना। अगर आप हफ्ते में एक छुट्टी लेना चाहते हैं तो रोजाना 14 घंटे काम करना होगा।
नीलेश शाह ने पॉडकास्ट में चार्ली मुंगेर की किताब का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी एक किताब में लिखा है कि कोरिया के लोगों की एक पीढ़ी ने हफ्ते में 84 घंटे तक काम किया। यानी हर महीने, हर साल, हर दिन 12 घंटे के हिसाब से काम किया है। उन्होंने पॉडकास्ट में कहा कि भारत के विकास के लिए लंबे समय तक काम करना फायदेमंद रहेगा।
नारायण मूर्ति ने भी कहा था 70 घंटे काम करने को
ऐसा पहली बार नहीं है जब हफ्ते में इतने घंटे करने की किसी ने वकालत की है। इससे पहले इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति भी हफ्ते में 70 घंटे काम करने की बात कह चुके हैं। नीलेश ने नारायण मूर्ति की उस बात का हवाला देते हुए कहा, ‘नारायण मूर्ति ने कहा था कि लोगों को हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए। उनकी इस बात का काफी विरोध हुआ था। उन्होंने कहा था कि युवा पीढ़ी को कोरियाई, चीनी और जापानी लोगों की तरह मेहनत करने की जरूरत है। अगर हम कठिन मेहनत करेंगे तो इसमें कोई शक नहीं कि भारत का विकास जारी रहेगा, रफ्तार तेज होगी और ऐसा समय आएगा जब भारत में गरीबी का नामोनिशान नहीं रहेगा। हम सभी को मिडिल और हायर इनकम क्लॉस वाली कैटेगरी में ट्रांसफर कर देंगे।’
इस देश में होता है सबसे कम घंटे काम
काम के घंटे तय करने को लेकर देश में हमेशा से बहस का मुद्दा रहा है। दुनिया के कई देशों में भी काम के घंटे कम करने की बात होती रहती है। साथ ही इस बात पर भी जोर दिया जाता रहता है कि हफ्ते में 2 छुट्टियां मिलनी चाहिए या तीन। वैसे बता दें कि दुनिया में किरिबाती नाम का एक देश है जहां लोगों से हफ्ते में 5 दिन अधिकतम 40 घंटे ही काम लिया जा सकता है।