T20 World Cup 2024 का फाइनल मैच भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया। इस मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया। भारतीय टीम इस मैच में हार की कगार पर पहुंच गई थी लेकिन टीम के खिलाड़ियों ने साउथ अफ्रीका के मुंह से जीत छीन ली। इस अहम टर्निंग प्वाइंट्स में सूर्यकुमार यादव का कैच भी शामिल है।
T20 World Cup 2024 का फाइनल मैच। साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 6 गेंद पर 16 रन की जरूरत। गेंदबाजी करने के लिए हार्दिक पांड्या आते हैं और स्ट्राइक पर मौजूद साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर उसे सामने की ओर खेलते हैं। इस पल में भारत और साउथ अफ्रीका के ही दर्शक नहीं बल्कि क्रिकेट को पसंद करने वाले दुनिया भर के प्रेमियों के मन में छक्का या कैच का सवाल गूंजने लगता है।
बाउंड्री लाइन पर खड़े सूर्यकुमार यादव ने करिश्माई अंदाज में कैच लपक लिया और भारत जीत की ओर बढ़ गया। भारत चैंपियन बना तो उसमें इस कैच की भूमिका को टर्निंग प्वाइंट के रूप में देखा गया। लेकिन कुछ लोग इस कैच पर विवाद खड़ा करने लगे। हालांकि साउथ अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ियों ने सूर्यकुमार यादव की इस कैच की सराहना की। अब खुद सूर्यकुमार यादव ने उस कैच के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कैच के बारे में कही ये बात
सूर्यकुमार यादव ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि जब मैंने गेंद को बाउंड्री के अंदर पकड़ा तो मुझे मालूम था कि मैंने बाउंड्री लाइन की रस्सी को नहीं छुआ है। मैंने बाउंड्री से बाहर जाकर और फिर अंदर आकर दोबारा से कैच लिया। मैं अपने कैच से पूरी तरह से आश्वस्त था कि मैंने बहुत ही साफ तरीके से ये कैच ले लिया है। मैंने अलग-अलग मैदान पर इस कैच का अभ्यास किया है। मैं पहले से ही तैयार था क्योंकि कप्तान रोहित भाई ने और हार्दिक ने वाइड यॉर्कर के लिए ही फील्डिंग सजाई थी। मिलर ने सीधा हिट किया तभी मेरे दिमाग में ये आ गया कि इसे कैसे भी करके पकड़ना है। हम हर मैच से पहले फील्डिंग का भी हमेशा अभ्यास करते हैं।
रोहित शर्मा की ओर फेंकता गेंद
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि रोहित भाई आमतौर पर लॉन्ग ऑन पर खड़े नहीं होते हैं। लेकिन उस गेंद पर वह वहीं खड़े थे। जब गेंद आ रही थी, तो एक सेकंड के लिए मैंने उनकी तरफ देखा और उन्होंने मेरी तरफ देखा। मैं दौड़ा और मेरा लक्ष्य गेंद को पकड़ना था। अगर वो थोड़ा करीब होते तो मैं गेंद उनकी ओर फेंकता लेकिन वह दूर थे। मैंने खुद ही गेंद को हवा में उछाल कर अंदर आकर लेने का फैसला किया और मैं इसमें सफल हुआ।
इस अवॉर्ड से बढ़ा हौसला
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि इस कैच के लिए टीम के फील्डिंग कोच टी दिलीप का भी आभार जताना चाहिए। टी दिलीप ने मैच के बाद ड्रेसिंग रूप में फील्डिंग मेडल जैसी परंपरा शुरू की है। इसका मकसद बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा भी मैच में फील्डिंग से योगदान देने वालों को पुरस्कृत करने का है। ये मेडल आपको मैदान पर कुछ अलग तरह से योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।
छक्का होता तो भी जीतते मैच
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि अगर मुझसे ये कैच छूट जाता और ये छक्के में तब्दील हो जाता तो भी हम मैच जीत लेते। इस छक्के के बाद भी साउथ अफ्रीका को 5 गेंद पर 10 रन की जरूरत होती। हम मैच जीतते लेकिन हमारा अंतर कम होता। हमने अपने पूरे प्रयास किए, जिसका परिणाम हमें मिला।
1000 से ज्यादा मैसेज
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि उस 4 से 5 सेकेंड में क्या हुआ वह सपने जैसा है। लोग मुझे अभी तक फोन और मैसेज करक रहे हैं। व्हाट्सऐप पर 1000 से ज्यादा मैसे पड़े हुए हैं। मैं सभी का आभार नहीं जता पा रहा हूं। अपनों का प्यार देखकर बेहद खुश हूं।