Diabetes and Skin Health: शरीर में हाई ब्लड शुगर होने पर कई समस्याएं आती हैं। कभी-कभी कुछ लक्षण शरीर की स्किन पर भी दिखने लगते हैं। अगर समय रहते आप इनकी पहचान कर लें, तो डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं।
Diabetes and Skin Problems: जब हमारी बॉडी में इंसुलिन कम बनने लगता है तो खून में शुगर का लेवल हाई होने लगता है, डायबिटीज होती है। इसके पीछे की वजह टाइम पर सही से न खाना या गलत डाइट, भरपूर नींद न लेना, ज्यादा वेट होना, इनएक्टिव लाइफस्टाइल के होने से होता है।
फिलहाल इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इसलिए समय रहते इसकी पहचान करना ही, इसे कंट्रोल में कर सकता है और व्यक्ति नॉर्मल लाइफ जी सकता है। शरीर में कुछ लक्षणों को देखकर शुगर की पहचान हो सकती है। अगर शरीर की स्किन में कुछ अलग तरह के लक्षण नजर आए, तो इग्नोर न करें।
स्किन से जुड़ी समस्याएं
मोटी और हाइपरपिगमेंटेड त्वचा किसी व्यक्ति के डायबिटीज की शुरुआत है। इसमें गर्दन, बगल, कमर, घुटनों और कोहनी की स्किन भूरे, काले रंग की नजर आने लगती है।
सोरायसिस की बीमारी
डायबिटीज से ग्रस्त लोगों में सोरायसिस होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसमें त्वचा पर रंगहीन धब्बे दिखते हैं, जो पपड़ीदार होते हैं और उनमें खुजली होती है।
लाल स्किन होना
स्किन की ये परेशानियां बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होती हैं। इनमें सबसे आम संक्रमण है स्टैफ संक्रमण (आम लक्षणों में फोड़े और मवाद वाले छाले शामिल) पाए जाते हैं।
आंखों की स्किन के आसपास पीले मस्से होना
ब्लड में फैट्स का लेवल बढ़ने के कारण पलकों के आस-पास पीले और छोटे-छोटे मस्से दिखते हैं, जो डायबिटीज का संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा खराब ब्लड सर्कुलेशन, ड्राई त्वचा और इन्फेक्शन के कारण होती है।
त्वचा की समस्याओं को ऐसे करें दूर
शुगर को कंट्रोल करें। जिनका ब्लड शुगर हाई रहता है उनकी स्किन रूखी होती है और नुकसान करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत कम होती है।
त्वचा को साफ और सूखा रखें। अपने शरीर को हमेशा साफ रखने के साथ-साथ ड्राई भा रखें। क्योंकि गीले शरीर में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है।
गर्म पानी से नहाने से बचें। इससे त्वचा रूखी हो सकती है। आप नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐसे साबुन का यूज न करें, जो स्किन को ड्राई करता है। इसलिए मॉइस्चराइजिंग साबुन का यूज करें, ये आपकी स्किन को मॉइस्चराइज करता है।
नहाने के बाद बॉडी लोशन का यूज करें। इस बात का ध्यान रखें कि पैरों की उंगलियों के बीच में लोशन न लगाएं।
स्किन पर कट लगने पर तुरंत इलाज करें। क्योंकि छोटे-छोटे कट घाव बढ़ा सकते हैं। इसलिए एंटीसेप्टिक साबुन या नॉर्मल पानी से चोट लगी जगह को वॉश करें। घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम का यूज करें।