इमरान खान की पार्टी पीटीआई के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पार्टी की बागडोर इमरान के अलावा किसी अन्य के हाथ में आई है।
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को गौहर अली खान (Gohar Ali Khan) के रूप में नया मुखिया मिल गया है। पेशे से वकील गौहर अली खान शनिवार को निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने गए थे। क्रिकेट खिलाड़ी से नेता बने इमरान खान ने 1996 में पार्टी का गठन किया था और तब से ऐसा पहली बार हुआ है कि पार्टी की कमान उनके अलावा किसी और शख्स के हाथ में आई है।
इंग्लैंड और अमेरिका में की है वकालत की पढ़ाई
45 वर्षीय गौहर अली खान खैबर पख्तूनख्वा में बुनेर जिले के रहने वाले हैं। इसके पहले भी उनका परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है और उनके पिता दो बार प्रांतीय विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने इंग्लैंड की वॉल्वरहैम्प्टन यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के वॉशिंगटन स्कूल ऑफ लॉ से टैक्सेशन में एलएलएम किया था।
2016 से हैं पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में वकील
पढ़ाई पूरी करने के बाद गौहर अली खान (Gohar Ali Khan) ने पाकिस्तान वापसी की थी और एतजाज अहसन एंड एसोसिएट्स नामक कंपनी के साथ काम शुरू कया था। बाद में हाईकोर्ट की एक समिति से उन्हें विशेष छूट मिली और सीधे हाईकोर्ट के वकील के तौर पर नामांकित किया गया था। साल 2016 के बाद से वह पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। बता दें कि वह पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के लाइफटाइम सदस्य भी हैं।
2008 में लड़ा था चुनाव मगर मिली थी शिकस्त
एक समय में गौहर अली खान पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के समर्थक हुआ करते थे और साल 2008 में इसी पार्टी की ओर से उन्होंने एक चुनाव भी लड़ा था। लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली थी। उल्लेखनीय है कि गौहर अली खान को पीटीआई का चेयरमैन बनाने के फैसले को पार्टी के पश्तून समर्थकों को अपने साथ जोड़े रखने की अहम कोशिश माना जा रहा है।
5 अगस्त से जेल में बंद हैं पूर्व पीएम इमरान खान
इमरान खान और पीटीआई के खिलाफ कई मामलों में पेश हो चुके गौहर अली खान को खुद इमरान ने अपने वफादार वकीलों के साथ चर्चा करने के बाद पार्टी चेयरमैन के तौर पर नामित किया था। गौहर को निर्विरोध रूप से पार्टी का चेयरमैन चुना गया क्योंकि किसी और व्यक्ति ने इस पद के लिए दावेदारी पेश नहीं की थी। इमरान खान पांच अगस्त से तोशाखाना मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से जेल में हैं।