Lucknow Cyber Crime News: लखनऊ में साइबर अपराध का मामला सामने आया है। साइबर फ्रॉडों ने गोमतीनगर के युवक को निशाना बनाया। लोन लिंक के जरिए ठगी की कोशिश की गई। ठगों ने दो अन्य खातों से भी रकम निकाल ली। साइबर फ्रॉड के तीन केस दर्ज कराए गए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में साइबर फ्रॉड का बड़ा मामला सामने आया है। राजधानी में साइबर जालसाजों ने तीन लोगों को निशाना बनाया। गोमतीनगर इलाके में फटाफट लोन देने का झांसा देकर ठगों ने उनके खाते में सेंध लगा दी। वहीं, चिनहट में सीबीसीआईडी कॉलोनी में रहने वाली एक महिला और आलमबाग में कारगार प्रशिक्षण संस्थान के कर्मचारी को अलग-अलग बहानों से ठग लिया। तीनों पीड़ितों ने अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज करवाई है।
खाते से निकल गई रकम
गोमतीनगर इलाके में रहने वाले लोकेश के वॉट्सऐप पर फौरन लोन देने का एक मेसेज आया। उन्होंने उस मेसेज पर क्लिक किया तो पेटीएम स्कैनर की फोटो आ गई। उस पर उन्होंने क्लिक किया और अगले ही पल छह बार में उनके खाते से 42,669 रुपये निकल गए। पीड़ित ने गोमतीनगर थाने में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
निकल गए 16,997 रुपये
सीबीसीआईडी कॉलोनी में रहने वाली प्रीति ने ऑनलाइन कपड़े मंगवाए थे। उसे वापस करने के लिए उन्होंने गूगल से फर्म का नंबर निकालकर उस पर कॉल की। कॉल करने वाले ने कहा कि थोड़ी देर में कॉल आएगी। दूसरे शख्स ने कॉल कर रिफंड के लिए उनके अकाउंट नंबर व अन्य डिटेल हासिल कर ली और उनके खाते से 16,997 रुपये निकाल लिए। उनके पति नीरज ने चिनहट कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई है।
क्रेडिट कार्ड से उड़ाए 59,960 रुपये
आनंदनगर के जेल ट्रेनिंग संस्थान परिसर में रहने वाले कारागार प्रशिक्षण संस्थान अध्यासित के मोबाइल नंबर पर एक शख्स ने क्रेडिट कार्ड रिन्यू करवाने के लिए कॉल की। उसने उनके मोबाइल पर एक लिंक भेजा। उसे उन्होंने डाउनलोड कर बैंक अकाउंट की डिटेल भर दी। कुछ देर बाद उनके क्रेडिट कार्ड से 59,960 रुपये निकल गए। पीड़ित ने आलमबाग कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई है।
20 हजार रुपये वापस करवाए
साइबर क्राइम सेल की टीम ने एक पीड़ित के 20 हजार रुपये जालसाजों से वापस करवा दिए। पीड़ित का क्रेडिट कार्ड रिन्युअल करवाने के नाम पर जालसाजों ने ठगा था। उन्होंने संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के साथ ही साइबर क्राइम सेल में भी शिकायत दर्ज करवाई थी। साइबर क्राइम सेल की टीम ने जालसाज के खाते को फ्रीज करवाकर उससे 20 हजार रुपये पीड़ित के खाते में वापस करवा दिए।