Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत होगी। दो पुजारी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराएंगे।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मकर संक्रांति के बाद से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का पूजन प्रारंभ हो जाएगा। इसे लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पूरा प्लान तैयार कर दिया है। श्रीराम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए दो पुजारियों का नाम सामने आया है, जिन्हें काशी से विशेष रूप से इस पूजन विधि को संपन्न कराने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही इस समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
अयोध्या में 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत होगी। काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ और लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए बुलाया गया है। ये दोनों पुजारी पूरे कर्मकांड और विधिविधान से पूजा संपन्न कराएंगे। प्राण प्रतिष्ठा की पूजा के बाद विश्वप्रसन्न तीर्थ जी के नेतृत्व में 48 दिनों तक मंडल पूजा चलेगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर पूजा कार्यक्रम से संबंधित जानकारी साझा की है।
इन मूर्तिकारों के पास है मूर्ति बनाने की जिम्मेदारी
रामलला की मूर्ति के लिए 3 मूर्तिकारों को चुना गया है। मूर्तिकार गणेश भट्ट, अरुण योगिराज, सत्यनारायण पांडेय में से जो भी पांच साल के बालक की कोमलता को अच्छी तरह से उकरेगा, उसी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुनी जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा में सभी शंकराचार्य महामण्डलेश्वर सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष संतों समेत करीब 4 हजार सतों को आमंत्रित किया गया है।
मेहमानों के लिए किए गए ये इंतजाम
अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करने वाले मेहमानों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम (बाग बिजैसी) में टिन का एक नगर भी बसाया गया है, जिसमें 6 रसोई घर, 6 नलकूप और 10 बिस्तरों वाला एक अस्पताल होगा। देशभर के करीब 150 डॉक्टर सेवा देने के लिए तैयार हैं. साथ ही नगर के कोने-कोने में भंडारा, भोजनालय, लंगर समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।