Weather Updates : भारत के दक्षिण राज्यों में चक्रवाती तूफान का असर है तो वहीं पहाड़ों में जमकर बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके बाद भी मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों को गर्मी सता रही है और घरों में पंखे चला रहे हैं। आमतौर पर उत्तर भारत में दिसंबर के महीने में कड़ाड़े […]
Weather Updates : भारत के दक्षिण राज्यों में चक्रवाती तूफान का असर है तो वहीं पहाड़ों में जमकर बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके बाद भी मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों को गर्मी सता रही है और घरों में पंखे चला रहे हैं। आमतौर पर उत्तर भारत में दिसंबर के महीने में कड़ाड़े की ठंड पड़ती है, लेकिन इस बार मौसम सामान्य है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि पिछले कई सालों की अपेक्षा इस बार कम ठंड पड़ने की संभावना है। आइये जानते हैं कि इसके पीछे की क्या है बड़ी वजह?
जानें क्या है वजह
मौसम विभाग एक्सपर्ट के मुताबिक, इस साल कम ठंड पड़ने की वजह अल नीनो है। जलवायु संबंधी घटना से अल नीनो का संबंध है और इसके चलते गर्मी बढ़ती है। इसकी वजह से पूरी दुनिया में मौसम में बदलाव नजर आ रहा है। अल नीनो की वजह से मध्य-पूर्वी प्रशांत महासागर में सतही जल का तापमान औसत से ऊपर है। आईएमडी ने कहा कि ऐसे में इस साल सर्दियों में भी अल नीनो का असर दिखेगा, जिससे पारा चढ़ेगा और पिछले सालों की तुलना में इस बार कम ठंड पड़ेगी।
जानें दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों में सर्दी और बढ़ेगी। इस सप्ताह सुबह के वक्त हल्का कोहरा रहेगा और इसके बाद फिर मौसम साफ हो जाएगा। धूप निकलने की वजह से लोगों को सर्दी से राहत मिलेगी। बताया जा रहा है कि न्यूनतम पारा में 2-3 डिग्री सेल्सियस कमी आएगी। अनुमान है कि शनिवार और रविवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 9 और 23 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
आईएमडी की भविष्यवाणी
आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि इस साल मौसम सामान्य से अधिक रहेगा और कम ठंड पड़ेगी। आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युजंय महापात्र ने कहा कि इस बार देश के अधिकांश हिस्सों में दिसंबर से लेकर अगले वर्ष फरवरी तक कम सर्दी पड़ेगी यानी पारा सामान्य से ज्यादा रहेगा, जबकि कुछ हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी यानी पारा सामान्य से कम रहने के आसार हैं।