Who is Baba Tarsem Singh: उत्तराखंड में गुरुवार सुबह दो बाइक सवार लोगों ने बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। अब इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।
Baba Tarsem Singh Murder Case Latest Updates: उत्तराखंड से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां गुरुवार सुबह दो बाइक सवार बदमाशों ने बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। इसका सीटीवीवी फुटेज भी सामने आया है। हत्या किस वजह से की गई, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तरसेम सिंह की हत्या पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कौन थे बाबा तरसेम सिंह?
बाबा तरसेम सिंह (60) उधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कार सेवा प्रमुख थे। वे हमेशा लोगों की सेवा में लगे रहते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन गुरुद्वारे को समर्पित कर दिया। उनकी चर्चा दिल्ली तक होती थी। जब गुरुवार सुबह वे कुर्सी पर बैठे थे, उसी दौरान बाइक से आए दो बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। आनन-फानन में उन्हें खटीमा के एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। बदमाशों ने बाबा तरसेम सिंह को दो गोलियां मारी हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या पर संज्ञान लेते हुए डीजीपी को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। पुलिस उच्चाधिकारियों को जल्द से जल्द समाज और मानवता के दुश्मन इन हत्यारों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने घटना की जानकारी बताते हुए कहा कि हमें आज सुबह लगभग 7 बजे सूचना मिली कि सुबह 6:15-6:30 बजे के बीच दो नकाबपोश हमलावर नानकमत्ता गुरुद्वारे में घुस गए और कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को गोली मार दी। उन्हें खटीमा के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
डीजीपी ने कहा कि ये बेहद गंभीर मामला है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। एसएसपी पहले से ही वहां मौजूद हैं। डीआइजी कुमाऊं भी वहां पहुंच रहे हैं। घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थानीय लोगों से बात की जाएगी। वह वहां की स्थिति का आकलन करने का प्रयास करेंगे।
एसआईटी का गठन
डीजीपी ने कहा कि घटना की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय ने एसआईटी का गठन किया है। इसमें एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के अधिकारी शामिल होंगे। एसटीएफ से कहा गया है कि वह इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखे और सभी पहलुओं की गहराई से जांच करे। हमें न केवल हमलावरों की पहचान करनी है, बल्कि इस हत्या के पीछे की बड़ी साजिश, यदि कोई है, की भी पहचान करनी है।
डीजीपी ने कहा कि हमने इस मामले से संबंधित उपयोगी जानकारी हमारे साथ साझा करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों से भी संपर्क किया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम इस मामले को जल्द ही सुलझाएंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे।