Taiwan Earthquake Update : ताइवान में आए 7.4 तीव्रता के भूकंप के बाद जापान और फिलीपींस में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि सुनामी का खतरा टल गया है। हालांकि इस भूकंप से 9 लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि 700 से अधिक लोग घायल हैं।
Taiwan Earthquake Update: ताइवान में 3 अप्रैल को तेज भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता को 7.4 मापी गई। बताया गया कि ताइवान में पिछले 25 सालों में ऐसा भूकंप नहीं आया था। ताजा अपडेट के मुताबिक,अब तक भूकंप की वजह से 9 लोगों की जान गई है और 700 से अधिक घायल हो गए हैं। घायलों की संख्या बढ़ने वाली है क्योंकि टूटी इमारतों के नीचे लोगों के फंसे होने का अनुमान है। सोशल मीडिया पर इस भूकंप से जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
टला सुनामी का खतरा
वहीं अब इस भूकंप के बाद सुनामी की ख़तरा बढ़ गया था। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी दी गई थी, जापान और फिलीपींस को भी अलर्ट कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक भूकंप आने की संभावना हैं। खबरों की मानें तो जापान और फिलीपींस ने सुनामी की चेतावनी वापस ले ली है। हालांकि अधिकारियों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी थी लेकिन लहरें अधिक ऊंची ना उठने के बाद चेतावनी वापस ले ली गई।
हालांकि ताइवान में सुनामी की आशंका जताई गई थी लेकिन बाद में इसको लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है। बताया जा रहा है कि सुनामी का खतरा तल गया है। हालांकि अभी भी ताइवान में भूकंप आने की चेतावनी जारी की गई है। ताइवान में आए भूकंप के बाद करीब 127 लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है। इनमें से करीब 77 लोग हुलिएन काउंटी के जिनवेन और किंगशुई सुरंग में फंसे हैं। वहीं दो जर्मन नागरिकों के भी सुरंग में फंसे होने की खबर है।
वहीं इस भूकंप के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि भूकंप के आने के बाद घर में मौजूद बिल्लियां बुरी तरह डर गईं और इधर उधर भागने लगीं। एक अन्य वीडियो में एक होटल में लगे झूमर को जोर से हिलते हुए देखा जा सकता है।
भूकंप से झुकी इमरात में रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ मुश्किल
वहीं हुलिएन शहर की कुछ इमारतें झुक गई हैं। इसमें एक इमारत को खतरनाक तरीके से झुका हुआ देखा जा सकता है। इस ईमारत में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि जैसे ही बचाव दल के लोग अंदर दाखिल होते हैं, इस इमारत का मलबा गिरना लगता है। ऐसे बचाव दल को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।