South Africa Bus Accident Inside Story: साउथ अफ्रीका में आज ईस्टर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे 45 श्रद्धालुओं की हादसे में मौत हो गई। हादसा बस के खाई में गिरने से हुआ। खाई में गिरते ही बस में आग लग गई थी। सभी श्रद्धालुओं की मौके पर मौत हो गई, लेकिन एक बच्ची को मामूली चोटें लगीं।
South Africa Bus Accident Inside Story: इसे किस्मत कहेंगे या चमत्कार, श्रद्धालुओं से भरी बस खाई में गिर गई और बस में सवार 45 लोग मारे गए, लेकिन 8 साल की बच्ची बाल-बाल बच गई। उसे मामूली चोटें लगी हैं। पुलिस ने बच्ची को एयरलिफ्ट करके अस्पताल में भर्ती कराया है।
हादसा साउथ अफ्रीका के बोत्सवाना में हुआ। आज गुड फ्राइडे (Good Friday) के मौके पर 40 से ज्यादा श्रद्धालु त्योहार मनाने मोरिया जा रहे थे, लेकिन रास्ते में बस 165 फीट गहरी खाई में गिर गई। दक्षिण अफ्रीका के परिवहन मंत्री सिंडीसिवे चिकुंगा ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया है।
राहगीरों ने खाई में गिरती देखी बस
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के लिम्पोपो प्रांत में ईस्टर सम्मेलन हो रहा था। इसके लिए श्रद्धालु बस में सवार होकर निकले थे, लेकिन उत्तरी प्रांत लिम्पोपो में ममातलाकला के पहाड़ी इलाकों में नियंत्रण खोने से बस खाई में लुढ़क गई। बस बैरियर तोड़कर खाई में गिरी और धमाके के साथ बस में आग लग गई।
राहगीरों ने बस को नीचे गिरते देखा और तुरंत बचाव अभियान चलाया। राहगीरों ने हादसे की खबर फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और घायल बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। कई शव इतनी बुरी तरह झुलसे हुए हैं कि पहचान कर पाना भी मुश्किल है।
परिवहन मंत्री के हादसे की जांच के आदेश
हादसे की खबर मिलते ही देश के परिवहन मंत्री सिंडिसिवे चिकुंगा दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में वे और पूरी सरकार पीड़ितों के साथ है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि मैं देशभर के ड्राइवर्स से अपील करना चाहती हूं कि सड़कों पर बेहद जिम्मेदारी और सावधानी से गाड़ी चलाएं। आपकी खुद की ही नहीं, कई और लोगों की जिंदगी दांव पर लग सकती है। बता दें कि पिछले साल साउथ अफ्रीका में ही ईस्टर सप्ताहांत के दौरान हुए सड़क हादसों में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।